Videha_01_01_2009_Tirhuta
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िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्िदना २०६५ जेठ १४ गते म ंगलिदन जनकपुरधाममें लोकाप र्ण भेल “समझौतापाल”क दोसर स ्तुित गीित एल ्वम “भोर” क गीतके संगही समझौता पालकिनदेर्शक नरेन ्कुमार िमजीक साक्षात् कार िदना २०६५ जेठ १८ गते शिनिदनकानितपुर ् एफ◌एम◌के सवािधक र् लोकिय काय र्म “हेलौ िमिथलामें” सुनबाक मौकाभेटल । संघीय गणतानिक ् पालक भोरमे समझौता पालारा स ्तुत केल गेलगीित एल ्बम भोरके लेल समझौता पालक िनदेर्शन नरेन ्कुमार िमजीके हािद र्कबधाई एव ं शुभकामना । आगामी िदनमें समझौता पाल माफ र्त गीित यााकेिनरन ्तरततासँ गीत या संगीतके माध ्यमसँ िमिथलावासी आ मधेशी संगही सम ्प ूण र् आिदबासीथा में जागणर लावय में सफल होवय आओर िमिथलावासी, मधेशी, आिदवासी थासंगही सम ्प ूण र् देशवासीमें सदाशयता, सदभावना, सिहस ्ता आ स ्हमें गाढताबढावमें सफलता ाप ्त होवय, एकर लेल साध ुवाद ।गीतकार सभहक गीत उत् कृष ्ट अिछ, को गीत वीस निह सभटा एकाईस। एकसँ बढी कय एक । गीतकार सभहक गीतके सम ्वन ्धमें छोटमें अलग अलगिकछु कहय चाहैत अिछपा झाजीक गीत िशक्षा ित जागकता आ चेतानक सन ्देश दरहल अिछ। ज्ञान काश अिछ आओर अज्ञान अन ्धकार । अन ्धकारसँ वचवाक लेल ज्ञान ाप ्तकेनाइ आवश ्यक अिछ । “केह भारी आफत आवौ, ज्ञासँ खदेड” पाित कोसमस ्या िकएक निह िवकराल होय ज्ञान आ वि ु सँ समाधान करल जा सकैत अिछ ।पुनम ठाकुरजीक गीत सब सन ्तान समान होइछ, बेटा—बेटीमे भेदभाव निहहोयबाक आ करबाह चािह सन ्देश दरहल अिछ । “मुदा हो केह अबण ्ड बेटा,कहता कुलक लाल छी ” िसफ र् एक पाितस आज ुक समाजमें बेटा—बेटी ित केहनअवधारणा अिछ, बतारहल छिथ ।िमिथलाके मािट बड पावन छै । संस ्कार आ अचार–िवचार महान छै । आओरवएह मािटक सपुत सािहल अनवरजी छिथ । जई मािटमें सािहल अनवरजी जका ँमक् ख छिथ ओही मािटमे सम ्दाियकताक का ँट उिगए निह सकैछ । उगत त मासदभावना, सदाशयता, माया—ममता, स ्हक गाछ । जेकर गमकसँ सभकेओ आननिदत्रहत आ होएत ।“जतय िहन ्ओ रािख तािजया, मान िदअए इसलामकेछिठ परमेसरीक कव ुलाकय मुल ्लोजी मानिथ रामके”83