22.08.2015 Views

Videha_01_01_2009_Tirhuta

Videha_01_01_2009_Tirhuta

Videha_01_01_2009_Tirhuta

SHOW MORE
SHOW LESS

You also want an ePaper? Increase the reach of your titles

YUMPU automatically turns print PDFs into web optimized ePapers that Google loves.

िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्एकर अितिर काितर्क मास जखन अबैक तखन भिर मास धाीयैक गाछतर हिवाभोजन करिथ। ऐ सँ हुनक प ूण र् िकताक पता चलैत अिछ।ड◌ॉ. रेर िम- िमिथला िवभूित पं मोदान झादस वष र्क अायुमे हुनका वतर्मान मध ुबनी िजलात सौराठ गाम िवायन लेलपठाओल गेलिन। ओतय हुनक गु आ आयदाता रहिथन ातनाम पंजीकार पं.िवनाथिस िनरस ू झा, जिनकर िपता ल ूटन झा मोदान झाक मौसा रहिथन। पंजीशास्कअयन लेल सामातः पह वष र्क कालाविध समुिचत मानल गेल छैक मुदा मोदानझा दसे-एगारह वष र्मे गु-कृपासँ िनात भेलाह। ओना ओऽ पह-बीस वष र् धिरलगातार गु सािमे सौराठ रहलाह आऽ बादोमे आजीवन, िवशेष पसँ वािष र्कवैवािहक सभाक अवसरपर सौराठ अबैत-जाइत रहलाह आऽ तािह ममे बाटमेदरभंगा ित हमर नरगौना िनवासपर ओऽ किनयो देर लेल अव आबिथ। हमरिपता ड◌ॉ. मदर िम लेल हुनका िवशेष ेह आऽ सान रहिन आऽ हमर एकिप पं. नागेर िमक ओऽ समे साढ़◌ू रहिथन। हमर एकटा पीसा . िदगरझा हुनकर िपितयौत रहिथन। जे हो, िवाधयन समा समा भेलापर राज-दरभंगा ारा आयोिजत धौत परीक्षामे १९४० मे ओऽ सवो र् ान ा कयलिन।हुनका संग उीण र्ता ा केिनहार अ द ू महप ूण र् पंजीकार छलाह ककरौरक हिरननझा आऽ सौराठक िशवद िम। एिह सफलता लेल महाराज सर कामेर िसंहकहाथे तीन ू गोटाकेँ धोती देल गेलिन, मुदा सवो र् घोिषत भेलाक कारँ मोदानझाकेँ दोशाला सेहो देल गेलिन। पारिरक िमिथलामे धौत परीक्षामे उीण र् भेनायबड़का सान होइत छल मुदा ताहूमे सवो र्ता पायब तँ अपमे छल। तिहयासँअनवरत ओऽ अपन जीवन-पय र् िमिथलाक ायः सवािधक र् समादृत पंजीकार रहलाह।मोदान झाकेँ पािब पंजीकारक वसाय ध भेल। १९६२ मे िनरस ू झाक िदव ंगतभेलापर ओऽ सौराठ ितवष र् िनयमप ूव र्क वैवािहक सभामे मा अपन नाम बढ़यबा लेलनिह बि अपन गुक ऋण अदाय करबाक िवचारसँ सेहो जािथ। ताधिर िनरस ू बाब ूकद ुन ू बालक छोट रहिथन आऽ पंजीकारी निह करिथ। हुनकर जेठ बालक ोफेसर(ड◌ॉ.) कािलकाद झा, जे सम्ित लिलत नारायण िमिथला िविवालयक संृतिवभागक अक्ष रहिथ आऽ िवगत लगभग दस-पह वष र्सँ दरभंगामे रिह रहल छिथ(पिह मगध िविवालय, गयामे रहिथ) आब सिय पेँ अिधकार जँचबा आ िसािलखबाक काज करय लागल छिथ। तािहसँ पिह मोदाने बाब ू अपन गुक ओिहठाम66

Hooray! Your file is uploaded and ready to be published.

Saved successfully!

Ooh no, something went wrong!