Videha_01_01_2009_Tirhuta
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िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका Videha Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्-स या झ ूठ?-ई ुव स अिछ।ई बात सुिनते मचक आिखमे ँ पुनः गंगा-यमुनाक धारा वािहत भय गेलि तँसोनी दन अवामे बजलीह- हम अपसँ झ ूठ निह बािज सकैत छी। हमरा क्षमाक। हमरा जे सजा देब से कम अिछ। आ हुनको आिखसँ ँ दहो-बहो र खसएलगलि।-अप शरीरसँ िवकला ंग तँ निह छी?-निह।-अप को बीमारीसँ िसत तँ निह छी?-निह।-अप िजबैत िकनका लेल छी?-अहा ँ हमर गरदिन दबा िदअ तँ हमरासँ बेशी भाशाली िकयो दोसर निह होएत।-अपक सभसँ पैघ ल?-अहा ँक ख ुशी।-अप कािन रहल छी, कारण?-अहा ँक क देिख बदा र्श्त निह भऽ रहल अिछ।-अहा ँ ज ु िन कान ू सोनी। एिहमे अहा ँक को दोष निह अिछ।-आइ हम मिर गेल रिहतहु ँ तँ अहा ँकेँ क निह भेल रहैत।ई तँ ईरक बनायलिविधक िवधान छी! एकरा को शि निह कािट सकैत छैक।-देखू, एिह द ु िनया ँमे द ू तरहक लोक होइत अिछ- आशावादी आ पुषाथ र्वादी। हमआशावादी पुष निह छी, पुषाथ र्वादी छी आ आशावादीसँ घ ृणा करैत छी। कारणआशावादी पुष या औरत मेहनती निह होइत अिछ। अप कोन तरहक छी?-हम धािम र्क विक ृ छी आर धम र्मे बहुत िवास अिछ, तािह हेतु आशावादी छी!58
िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका Videha Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्ई सुिन मचक मोनमे आर बेशी तकलीफ बढ़ि◌ गेलि। एिह तरहेँ चतुथीर्कराित द ुन ू नव-िववािहत जोड़◌ी कटलि। मच फेर अपन गाम घिर ु गेलाह।सा ँझ भेल, भौजीसभकेँ भेलि जे मच पुनः गाम जएताह। मुदा कोितिया निह देिख पुछल गेलि तँ उर आएल जे आब िरागमनक लेल हमउपित होएब सासुरमे, निह तँ आब िदी घिर ु जाएब। अथा हमर पीड़◌ाकेँबढ़◌ाओल निह गेल जाऊ। हमरा आब जीिवत रहय के को इा निह अिछ।को मरथ निह अिछ। हमर को भिव निह अिछ!िरागमन भेल, किनया ँ सासुर अयलीह। भड़फोरीक पात् मच िदी उपितभेलाह। अपन कनीक काम-काज सारलिथ। काजपर तँ जािथ मुदा अराामेकतेक अबि। कारण जे जीबाक आशाक िकरण लगभग अिम चरणमे पहु ँिचगेल छलि। आब को मरथ निह, निहए िजनगीक को ल बािच ँ गेलछलि। आ एकर कारण मैिथल समाजक िकछु महाभावक िवचार आ कृ अिछ, संगिहमैिथल समाजक िकछु ावधान सेहो िजेदार अिछ। एिह कारेँ निह जािन कतेकमैिथल नव-युवक-युवतीकेँ अपन कण िजनगी जीबाक लेल मजब ूर होमए पड़◌ैतअिछ।आलेख- िरपोता र्ज- १.ड◌ॉ.बलभ िम, २.नरेश मोहन झा ३.नागे झा,४.ड◌ॉ.रेर िम ५.ोित ६.िजते झा, जनकपुर ७.उमेश कुमार ८.नवेु कुमार झा९.मुखीलाल चौधरीड◌ॉ.बलभ िम, सेवा िनव ृ आयुवेिदक र् िचिका पदािधकारी, पिण ू र्या ँल धौत ित पंजीकार- . पं मोदान झाजी- एक संरण. पंजीकार जी िवलक्षण ितभा संप ि छलाह। िहनक संपकर् भेलासँ प ूव िह र्सुत आएल छलहु ँ िक िशवनगर (पिण ू र्या, ँ संित अरिरया िजला) िनवासी पं. मोदानझा जी पुबािरपारक एकमा सव र् पंजीकार तऽ छिथए, संगिह संप ूण र् िमिथलाक म ूध र्पंजीकारक णीमे िहनकहु नाम लेल जाइत छलि।59
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िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्-स या झ ूठ?-ई ुव स अिछ।ई बात सुिनते मचक आिखमे ँ पुनः गंगा-यमुनाक धारा वािहत भय गेलि तँसोनी दन अवामे बजलीह- हम अपसँ झ ूठ निह बािज सकैत छी। हमरा क्षमाक। हमरा जे सजा देब से कम अिछ। आ हुनको आिखसँ ँ दहो-बहो र खसएलगलि।-अप शरीरसँ िवकला ंग तँ निह छी?-निह।-अप को बीमारीसँ िसत तँ निह छी?-निह।-अप िजबैत िकनका लेल छी?-अहा ँ हमर गरदिन दबा िदअ तँ हमरासँ बेशी भाशाली िकयो दोसर निह होएत।-अपक सभसँ पैघ ल?-अहा ँक ख ुशी।-अप कािन रहल छी, कारण?-अहा ँक क देिख बदा र्श्त निह भऽ रहल अिछ।-अहा ँ ज ु िन कान ू सोनी। एिहमे अहा ँक को दोष निह अिछ।-आइ हम मिर गेल रिहतहु ँ तँ अहा ँकेँ क निह भेल रहैत।ई तँ ईरक बनायलिविधक िवधान छी! एकरा को शि निह कािट सकैत छैक।-देखू, एिह द ु िनया ँमे द ू तरहक लोक होइत अिछ- आशावादी आ पुषाथ र्वादी। हमआशावादी पुष निह छी, पुषाथ र्वादी छी आ आशावादीसँ घ ृणा करैत छी। कारणआशावादी पुष या औरत मेहनती निह होइत अिछ। अप कोन तरहक छी?-हम धािम र्क विक ृ छी आर धम र्मे बहुत िवास अिछ, तािह हेतु आशावादी छी!58