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Videha_01_01_2009_Tirhuta

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िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्वेश कय अवाज देलि जे िमसरजी उठथ, ु नहा लथ ु। िनियासँ िनव ृ भऽ ानभेल। हरक पालोपर बैसाकए नविववािहता संग पुनः िववाह शु भेल- चतुथीर्क िवधसभ। आज ुक िदन नगर-चहटगर भोजन भेटलि आ मच घरक लेल ानकरबाक तैयारीमे छलाह तँ िरश्तामे े साढ़◌ू कहलि जे साढ़◌ू भाइ, हमरोजेबाक अिछ। संगे चलब। हम हुनके द ू-पिहयापर बैिस गाम अयलहु ँ। िकछु कालपात् पुनः गाममे भोजन कय मच एर-ओर िनकलय के यास जरकेलि, लेिकन ओ ओिहठाम सँ िनकिल निह सकलाह। पुनः सा ँझमे िपताजी आ ेागणक दवाबमे सासुर घिर ु कए अएलाह। राि-भोजनक पात् िवामक लेलकोबर गेलाह। करीब मरािमे पुनः ओिह बालाक वेश भेल। ओ अपन काजमे छलीह। मच पुनः िनक बहा कयलिन। फेर मोन पड़लिन जे गामसँजखन आबय लगलाह तँ बड़की भौजी िकछु ेलरी दे छलिथन जे ई किनया ँकेँमुँहबजना छी, दऽ देबय, तखन सुतब। जेबीसँ िनकािल कय ओ बालाकेँ कहलथन, ईअहा ँक समान अिछ, लऽ लेब। हमरा िन आिब रहल अिछ, सित ू रहल छी।िन की होयतिन, शरीर तँ लगभग चािर-पा ँच िदनमे आधा भय गेल रहिन।िदमागमे सोच जे पैिस गेलिन! खेनाइ-िपनाइ नीक जेका ँ िन। एकदमिचरिचरा ाभावक भय गेल छलाह। मरािमे ास लगलि तँ पािनक लोटा तािकरहल छलाह। ओ बाला हुनका एकटा िगलासमे लगभग ठंढा भऽ गेल द ूध बढ़◌ेलिखन।मच कहलिथन जे ई द ूध छी, हमरा ास लागल अिछ, ई रािख देल जाओ। मुदाओ निह रखलि। हुनका संग समा छल जे ओ घोघमे छलीह, भिर राितक जागिलछलीह आ किहयो बाजल निह छलीह। ई सभ कारँ ओ हाथमे द ूधक ास लऽतपाक मुामे ठाढ़ रहलीह। मचकेँ लगेमे लोटामे राखल पािन भेटलि आओ पािन पीिब कए पुनः सुतबाक यासमे छलाह। हुनका की िजज्ञासा भेलिन जेदेिखयै ई बाला कतेक काल धिर ठाढ़ भय िगलाससँ भरल द ूध रखैत अिछ। लगभगएक घा बीित गेल मुदा ओ तपामे लीन छिथ ई देिख मचकेँ दया आिबगेलिन आ द ूधक िगलास हाथसँ लय द ू-चािर घोंट पीिब िगलास रािख देलि। पुनःपिरचय भेल। मचक क उरक समय ओ बाला थर-थर कािप ँ रहल छलीह,जेना कसाइकेँ देिख छागरक आिखमे ँ डर।मच- नाम?-सोनी।-कतेक पढ़ल छी?-दसम बोडर् फेल छी।57

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