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Videha_01_01_2009_Tirhuta

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िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्िबर लगाओल गेल। मच सुतबाक यास जर केलि, मुदा आिखसँ ँ र पुनःआबय लगलिन। करीब २०-२५ िमनटक बाद एकटा जनानी कोबरमे वेश कएलकलेिकन हुनका ऊपर को भाव निह पड़लिन, आिखसँ ँ अु प ूव र्वत िनकलैत रहलिन।ओ जनानी िकछु काल धिर ठाढ़ रहल आ तावत पाछूसँ अवाज भेल जे णाम क,ठाढ़ भय की कय रहल छी। मुदा मचक ऊपर को असर निह कारण ओ पिहकह छलाह जे हम भोर भेलापर िकनकोसँ बात करब। तख हुनका ब ुझना गेलिनजे हमर पएरकेँ िकयो श र् कय रहल अिछ आ लहठीक खन-खनाहिट सेहो आयल।ई अवाज सुत आ पएरक श र् अभव करैत ओ पिहसँ बेशी अनिभज्ञताकपिरचय देलिखन आ जिहना छलाह ओिहना रिह गेलाह जेना हुनका को खबिर निह।बस पएर श र्क द ू-िमनट बाद ओ जनानी वापस भेल। ओ मोनमे सोचैत छल जेई जर नव िववािहता छलीह। लेिकन ई बात गु राखएमे नीक जे हम सुतलछलहु ँ, हमरा को बातक खबिर निह। िकछु समय पात् भोर भेल। भोरमे िनआबए लगलिन। ओ घर ब कए स ूतय लेल चिल गेलाह। कोबरमे द ू पहर िबतलाकबाद गामक दाय-मायक झ ु तँ कख द ू-चािर गोटेक आवाजाही छल। आब सभकेँपएर छूिब णामक सेहो ावधान अिछ कारण जे हम मैिथल छी। सा ँझमे मौहककिवध प ूण र् भेल। पुनः रािमे िबरपर िवामक लेल गेलाह। लगभग दस-पहिमनट बाद अभव भेलिन जे पुनः को जनानी वेश कए रहल अिछ। ओ पुनःपएरक श र् कय रहल अिछ आ ओ अिहठाम बैसल अिछ। मचकेँ िन तँ निहलागल छलि मुदा िनक बहा जर भेटलि कारण िववाहक रािमे ओ निह स ूतलछलाह। ओ िदनमे द ुपहिरया बादसँ जागल छलाह। करीब द ू घा बैिस ओ जनानीपुनः वापस भेलीह। पुनः तेसर राित ओ जनानी पुनः अएलीह आ प ूव र्वत अपनकम र्मे िल भय गेलीह, यानी चरण-श र् कए बैिस रहलीह। लगभग चािर-पा ँच घंटाधिर ओ बैसिल रहलीह आ पएर धय िनकलबाक को चेा निह कय रहिल छलीह,जेना हुनकर ितज्ञा हो जे आशीवा र्द कानमे जर सुनी। एतबेमे मचकेँएकटा शरारत सुझलिन आ ओ बहा केलि जेना प ूरा िनमे होिथ। ओ करोटबदिल कय पएरकेँ ानार कय देलिथन। एकरा बाद ओ जनानी पुनः ओिहठामसँिहलय के कोिशश निह केलक। मच तँ करोट लेलि मुदा ओ जनानी प ूव र्वतछिल जेना मािटक मितर् ू हो जेकरा िकयो ओिहठाम बैसल अवामे रािख िबसिर गेलहो। चािरम राित पुनः ओिह जनानीक वेश भेल आ ओ अपन कतर्मे प ूव र्वतछल। मच बजलाह- हमरा कोन कारणसँ परेशान कय रहल छी? अहा ँ केछी? हम की कपट दे छी जे अहा ँ ित रािमे आिब हमर पएरकेँ श र् करैतछी? हमर िनकेँ कोन कारणसँ खराब कय रहल छी? ई बात सुिनते ओ जनानीलाजसँ शरीरकेँ सकुचा लेलक। जेना लजिबीक पातमे िकछु श र् भेलापर ओिसकुिर जाइत अिछ ठीक ओिह कारसँ ओ बाला िसकुिर गेलीह। को उर निहभेटलापर मच पुनः िनक बहा बना कए फोंफ काटए लगलाह। िकछु समयउपरा ओ बाला कोबरसँ िनकिल गेलीह। करीब द ू-तीन घंटा पात् िवधकरी कोबरमे56

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