Videha_01_01_2009_Tirhuta
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िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्सभ कहलिथन जे अहा ँ चुप रहू, की हेतै। अहा ँ एतेक खच र् कएलहु ँ, ितलक निहलेलहु ँ आ कपड़◌ा वा समानक लेल की हा करैत छी। मचक जवाब छलिन, जेहम िववाह निह करब। ई बात भय रहल छल की गीतक अवाज ब सिन ू ४-५ टाब ुज ु पुष व दरवाजासँ अँगना पहु ँचलाह आ ई दृ देिख सभ हुनका ब ुझाबयलगलाह आ कहलिथन दाय-माय अहा ँ सभ आग ू काज क! आ ओ लोकिन मचकेँपुनः पछबिरया घरमे लय गेलाह। िकछु पुष व आगुक देख-भाल कय रहलछलाह। पुष-व मे सँ एकटा काका पुछलिथन जे बौआ की भेल, शािसँ बाजू।िबभा एकटा िगलासमे पािन दैत कहलि जे कपड़◌ा सभ नीक निह छैक काका।काका बजलाह जे ई तँ छोट बात अिछ। ई तुक्षताक तीक छी! अहा ँ शा रहू,अहा ँकेँ केहेन चाही हम म ँगवा दैत छी। एक घंटामे बजारसँ उपल भय जायत!मच जवाब देलिखन जे काका, बात कपड़◌ाक निह अिछ, कारण जे हम कह छिलयिन जे हमरा िकछु निह चाही। लेिकन जँ अप िकछु अनबए तँ समाननीक कनीक चाही। ई तँ हमरा बेवकूफ बनओलिथ! हमरा बातक द ुःख अिछ! जँअपकेँ हमरा बातपर िवास निह अिछ तँ भौजी (महारानी) केँ पुछल जाय! आअबाज देलिखन यै भौजी, अहा ँ एर आऊ! भौजी श सुिनते महारानी उपितभेलीह आ बजलीह जे बौआक बात १००% सही छिन। कागत गलत काज कयछिथ, एिहमे को सेह निह! ई बात प ूरा होमयसँ पिह िबेमे मच बजलाहजे हम िववाह निह करब कारण जे िक पता ? ओ हमरा लड़कीमे सेहो ठकताह।लेिकन बात आब इत आ मान-मया र्दाक अिछ, जँ िववाह निह होएत तँ द ुन ू पक्षकइत बबा र्द भय जायत! एक-िदश इत, मान-मया र्दा आ दोसर िदशसँ द ू-टािजनगीक । समा जिटल अिछ, को सेह निह! लेिकन छी तँ मैिथल आऽमान-मया र्दासँ पैघ िजनगी निह अिछ। जे मान-मया र्दा ककरो लेल अिभशाप बिनजाइत अिछ! हम सभ मैिथल जे िकछु छी, बाप-दादाक पाग छी, िजनगीक कोमोल निह! मोनमे एक हजार अबैत अिछ जे हम मैिथलगण िवमे सभसँबेशी चतुर छी आ तख सभसँ पाछू छी, तेकर की कारण अिछ? हमरा नजिरमेजे हम सभ भूतकेँ बेशी मह दैत छी आ भिवकेँ गला दबा दैत छी, सेहोबहुत आसानीसँ हमरा लोकिनकेँ किनयो िहचिकचाहिट निह होइत अिछ! मचकएकेटा उर छलिन जे िकछु बीित जाएत, हम िववाह निह करब। कारण जे हमराआब हुनका सभ (कापक्ष) पर िवास निह अिछ। दाय-माय गीत तँ गबैत छलीहलेिकन रमे उदासी गीत छल। गोसाउिनक (हे जगदा जगत मा ँ काली थम णामकरै छी हे), लेिकन र सुनयमे लागैत छल जेना उदासी गाबैत छिथ। अँगनाकमाहौल खराब भय गेल छल। लगभग एक घंटा बीित गेलाक उपरा जखन कोतरहसँ मात निह देिख भीम िम (मचक िपताजी) बजलाह- आब हमरोसँबदा र्श्त निह भय रहल अिछ आ हमरो िनण र्य अिछ से अहा ँ सुन ू- जँ अहा ँ िववाह निहकरब तँ हम आ हा कय लेब। आब अहा ँक हाथमे गेंद अिछ! िनण र्य अहा ँकेँलेबाक अिछ जे की करब। पिहल िनण र्य िववाह ओिह लड़कीसँ करब आिक दोसर िनण र्य53