Videha_01_01_2009_Tirhuta
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िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्हमरा हँसी जका ँ लािग गेल। ताल िकछु बाजल नइ ँ। चलै काल गश केँ लगबजा िकछु ितलकोड◌क पात पाकर्कक कात सँ आिन देब' कहलहँ। ु महानंद जी उछिलगेलाह, ''अयँ! एत ितलकोड◌क पात! आब तँ दरभंगो मे नइ ँ देखाइ छै!"आ तिहना हमरा किनया ँ हाथक दजर्न सँ बेसी तआ चट क' बजलाह,''असली िमिथला तँ आब िदी आिब गेल। दरभंगा मे आब कहा ँ छै ओ बात,कहा ँ छै ओत' ई मैिथलानीवला हाथ!..."हम सभ द ू िदन हुनक ख ूब ागत-सार कयल। ओ ओिह अंतराल मेअक बेर, अक तरहेँ, एहन-एहन अक बात बजलाह। हमसभ कृत-कृत!जयबा काल हमर किनया हुनक आर.ए.सी. वला आधा बथ र्क नंबर सेहो पता क'देलकिन आ बाट मे खयबा लेल पराठा-भुिजयक एक टा पैकेट पकड◌◌ौलकिन। ओख ूब-ख ूब आशीष दैत बहार भेलाह।हुनका अिरयातैत हम गली सँ गुजिर रहल छलहु ँ। गशक दोकान लगएखन पहु ँचले रही िक भोला पर हमर नजिर गेल। तख ओहो हमरा देखलक आबािढ◌क सोझा ँ आयल। हम द ुन ू गोटे एक-दोसरा सँ िलपिट गेलहु ँ।िक तख ओकरा पाछा ँ लागिल एक स्ी सेहो मुिआइत लग आयिल।अिबते ओहमर पयर छूिब लेलक। हम तुरत िचि नइ ँ सकलहु ँ। हमरा अकचकायल देिख वैहबाजिल, ''हमरा नइ ँ िचलहक कका!... हम मीरा!"''ओ!... सैह तँ हम अँिखयासै रही।.. " हमरा सोझा ँ ओकर अठारहक बयस वलािवधवा-जीवन नािच गेल छल।आगा ँ भोला बाजल, ''हमरा द ुन ू आब संगे िछयह। कयाह तँ िसंहेसरे मेकेिलऐ, लेिकन गाम जाइ के िहत नइ ँ भेलह।"हमरा अितशय सता भेल। मुदा तकरा करबा लेल श नइ ँ भेिट रहल छल,''बड◌ बिढय़◌ा◌ँ! चलह द ुन ू गोटे पिह डेरा। बगले मे छै।... हम झट िहनकाबस मे बैसा केँ अबै िछयह।"िक भोला पनबी खोिल अपना हाथक लगाओल पान देलक। महानंद जीसेहो खयलिन। फेर महानंद जीक संग मेन रोड िदस बढ◌लहु ँ।50