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Videha_01_01_2009_Tirhuta

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िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्वना िलखबाक चाही। सामातया व उारणक लेल ओ योग कएल जाइत अिछ।जेना- ओकील, ओजह आिद।४.य आ ज : कतहु-कतहु “य”क उारण “ज”जका ँ करैत देखल जाइत अिछ, मुदाओकरा ज निह िलखबाक चाही। उारणमे यज्ञ, जिद, जमुना, ज ुग, जाबत, जोगी,जद, ु जम आिद कहल जाएवला शसभकेँ मशः यज्ञ, यिद, यमुना, युग, याबत,योगी, यद, ु यम िलखबाक चाही।५.ए आ य : मैिथलीक वतर्नीमे ए आ य द ुन ू िलखल जाइत अिछ।ाचीन वतर्नी- कएल, जाए, होएत, माए, भाए, गाए आिद।नवीन वतर्नी- कयल, जाय, होयत, माय, भाय, गाय आिद।सामातया शक शुमे ए मा अबैत अिछ। जेना एिह, एना, एकर, एहन आिद।एिह शसभक ानपर यिह, यना, यकर, यहन आिदक योग निह करबाक चाही।यिप मैिथलीभाषी थासिहत िकछु जाितमे शक आरोमे “ए”केँ य किह उारणकएल जाइत अिछ।ए आ “य”क योगक योगक सभर्मे ाची पितक असरण करब उपयु मािनएिह पुकमे ओकरे योग कएल गेल अिछ। िकएक तँ द ुन ूक लेखनमे कोसहजता आ द ुहताक बात निह अिछ। आ मैिथलीक सव र्साधारणक उारण-श ैली यकअपेक्षा एसँ बेसी िनकट छैक। खास कऽ कएल, हएब आिद कितपय शकेँ कैल, हैबआिद पमे कतहु-कतहु िलखल जाएब सेहो “ए”क योगकेँ बेसी समीचीन मािणतकरैत अिछ।६.िह, हु तथा एकार, ओकार : मैिथलीक ाचीन लेखन-पररामे को बातपर बलदैत काल शक पाछा ँ िह, हु लगाओल जाइत छैक। जेना- हुनकिह, अपनहु, ओकरहु,तालिह, चोिह, आनहु आिद। मुदा आधिनक ु लेखनमे िहक ानपर एकार एव ं हुकानपर ओकारक योग करैत देखल जाइत अिछ। जेना- हुनके, अप, ताले,चोे, आ आिद।७.ष तथा ख : मैिथली भाषामे अिधका ंशतः षक उारण ख होइत अिछ। जेना-ष (खड़य), षोडशी (खोड़शी), षट्कोण (खटकोण), व ृषेश (व ृखेश), सोष(सोख) आिद।207

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