Videha_01_01_2009_Tirhuta
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िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्तेलुगुसँ अंजी अवादगजे ठाकुर (अंजीसँ मैिथली अवाद)।ज ुाहमर अीक िनदो र्ष मुखम ंदल अबैत अिछ हमर आिखक ँ सोझा, ँ चाहे आिख ँ ब रहएवा ख ुजल रहए। ओिह मुखक डर हमर िवचिलत करैत अिछ। एख हुनकर डराएलकहल बोल हमर कानमे बजैत रहए-ए। ई िदन रहए ज ुाक जािह िदन मामिस्जदक बीचमे बम िवोट भेल रहए। सभ िदस कोलाहल, टी.वी. चैनल सभपरघबराहिटक संग हा, पाथरक बरखा, आदंक आऽ ख ुनाहिन।हम काजमे छलहु ँ जखन फोन बाजल। फोन उठेलहु ँ तँ दोसर िदस अीछलीह..हुनकर फोन ओिह समय नीक आ सहज लागल।एिहसँ पिह िक हम “अी..” किहतहु ँ ओ िचित रेँ “हमर बाउ...!” कहलि।“की अहा ँकेँ ई ब ुझल छल...?” हम पुछिलयि।“हँ एखन तुरे हमरा ई पता चलल..अहा ँ सतकर् रहब! ...लागै-ए अहा ँ आइ मिस्जदनिह गेल रही हमर बाउ।” हम हुनका डरसँ सद र् अवाजमे बजैत सुनलहँ।ुिजनगीमे पिहल बेर हमर मिस्जद निह जएबासँ ओ स भेल छलीह। ई िवचारहमरा द ुख पहु ँचेलक। की हमर अी ई गप बािज रहल छलीह? ई ओ छिथ जेहमरासँ ई पिछ ू रहल छिथ? ई हमर अी छिथ जे एिह तरहेँ डरिल छिथ? हमरमि िवचरक िवोटसँ भिर गेल आ ृितक बाढ़ि◌मे बहए लागल।१हमर अीकेँ ज ुाक नवाज आाक दृ िसँ नीक लगैत छलि। ओ को चीजकअवहेलना कऽ सकैत रहिथ मुदा ज ुाक िदन नमाजक निह, से ओ हमरा सभकेँ ओिहिदन घरमे निह रहए दैत रहिथ। अा सेहो हुनकर दामससँ निह बिच पाबिथ जे ओघरपर रहबाक यास करिथ। हुनकर सन डीलडौल बलाकेँ सेहो हाथमे टोपी लएमिस्जद चुपचाप जाए पड़ि।168