Videha_01_01_2009_Tirhuta

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िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका Videha Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्गपक ज्ञान राखब असंभव अिछ। ओना िमिथला समाज कए अंत िवकिसत समाज बहुतकम िवान मान छिथ। जेना िक 1991 मे दिरदा आ 1994 मे वाल साफ तौरपर िलख छिथ जे एिह िचकलाक सही अथ र् िमिथला मे आब िगनल-चुनल लोक बतासकैत अिछ। वेल क कहब अिछ जे िमिथला मे जे िचक अथ र् किह सकैत छिथ ओचुप रहय चाहैत छिथ, जखन िक अथ र् निह जनिनहार लोक कए चुप राखब एकटा किठनकाज अिछ। ओना एिह संब ंध मे ाउनक मत िकछु अलग अिछ। ाउन कहैत छिथ,'इ सच अिछ जे आम मैिथल एिह कलाक संब ंध में कम जानकारी रखैत छिथ, मुदाबहुत िवान लेल इ को मह निह रखैत अिछ जे मैिथल एिह संब ंध में कतेकब ुझैत अिछ आ की कहैत अिछ। अिधकतर िवान मैिथलक भावना कए अपन शोधमे तोिड◌-मरोिड◌ कए ुत करबा स पाछु निह हटला अिछ। द ुभा र् अिछ जेएखन तक को देशी िवान एिह त कए रेखािकत ं निह केलाह अिछ, मुदा ाउनअपन िमिथला वासक दौरान िकछु एह महस ूस केलीह।असल मे सबस पैघ गप इ अिछ जे पाा संृित, वहार आ िशक्षा हमरा लोकिनक सोच कए दबा देलक अिछ या इ कहू जे सीिमत किर देलक अिछ। एकर अलावाहमरा लोकिन मे अवाद करबाक क्षमता सेहो कम भ चुकल अिछ। आब सवालउठैत अिछ जे एतेक जिटल आ गु तक को एक ि ारा कैल अवाद कएसवो र् मानल जा सकैत अिछ? एिह ठाम इ कहब जरी अिछ जे एकटा िचक कईटा अथ र् भ सकैत अिछ, मुदा ओकर स ू द ूटा निह भ सकैत अिछ। वैह एकटा स ूओकरा आन स िभ करैत अिछ। एिह स ूक चाआत ओकर अथ र् घ ुमैत रहैतछैक। एहन स ू िमिथला मे एख िकछु मिहला कए ब ुझल छैन, मुदा ओ िनित पस ावसाियक निह छिथ। तािह लेल हुनका स ओ स ू ब ुझब को देशी िवान लेलकिठन काज अिछ, एहन मे िवदेशी िवानक गप करब बेकार अिछ। दरअसलिमिथलाक मौगी एिह स ू कए अपन शरीरआ आा मे बसा रख छिथ आ नव पीड◌◌ीकए थोड◌◌े-थोड◌◌े किर कए ब ुझाउल जाइत रहल अिछ। एहन मे अ ज्ञानी सजानकारी लेलाक बाद िवदेशी िवान िमिथलाक स ू जिनिनहार मिहला कए नजरअंदाजकिर दैत छिथ।िमिथला िचकला क सबस चिलत िच कोहबरक पुरैन कए ल कए सबस बेसी मकिित अिछ। अिधकतर िवान एकरा कोहबर नाम स पिरभािषत केलि अिछ, जखनिक पुरैन कोहबरक अक िचगुक एकटा सद मा अिछ। आइ जे पुरैनक पदेखबा मे आिब रहल अिछ, ओ जानकार मिहला मे म पैदा किर रहल अिछ।हालािक ं एतबा अव अिछ जे एकटा गोलाकार आकृितक चाआत छह टा मौिगक मुंहबनाउल गेल अिछ, जेकर बीच मे सातम मुंह सेहो अिछ जे छह टा मुंह स किनपैघ आकारक अिछ। एिह िच कए रेखािचक प मे बनाउल गेल अिछ। पुरैनकस ू पर बनाउल गेल एिह रेखािच स ण हेबाक कईटा कारण अिछ। िमिथला मेपुरैन रेखािच निह, बि िभििच अिछ आ पा ंचटा र ंग स बनाउल जाइत अिछ।हालािक ं आइ अिधकतर कागज पर एहन िच बनाउल जा रहल अिछ, लेिकन एिह164

िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका Videha Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्िचक िवशेष मे साफ तौर पर कहल गेल अिछ जे एकरा दीवार पर बनाउलजाइत अिछ। िमिथला मे रेखािच कए अिरपन कहल जाइत छैक आ ओ जमीन परबनाउल जाइत अिछ। ओनाओ िमिथला मे पुरैनक द ू टा स ू अिछ। एकटा ाïण आदोसर कण र्काय लोकिनक पुरैन। द ून ू मे स ूक अंतर अिछ। मुदा एिह िच मेएकर ापक को चच र् निह अिछ। सातटा मौिगक मुंहक संग सा ंप, कछुआ, माछआिदक िचक औिच जखन िमिथलाक लोक लेल ब ुझब किठन अिछ तखन िवदेशी कीब ुझत? िवदेशी िवान लेल इ मा एकटा भीड◌वाला िच अिछ, जािह मे संदेशकको ान निह अिछ। बहुत रास िवदेशी िवान त एकरा जाद ू-टोना आ भूत-तलेल बनाउल गेल िच कहलिथ अिछ। मुदा ाउनक कहब अिछ जे इ पुरैनक नवप अिछ आ काय ाप स िमलैत-ज ुलैत अिछ।िमिथला मे पुरैन कमलक ली कए कहल जाइत अिछ। ाïण ाप मे आकाय ाप मे सातटा कमलक पात दशा र्उल जाइत अिछ। चू ंिक कमलक लीपाइन मे होइत अिछ, तािह लेल एकर संग-संग पाइन मे रहैवाला वु आ जीवकिच बनाउल जाइत अिछ। लीनाथ झा एिह संब ंध मे िलखैत छिथ जे पुरैन मुप स व ंश विक ृ लेल नव दंपित स सा ंकेितक अरोध अिछ। जेना कमलक एकटाली पोखिर कए किहयो कमल िवहीन निह हुए दैत अिछ, तिहना नव दंपित कए घरकए किहयो व ंश िवहीन निह हुए देबाक कतर् िनभेबाक चाही। एतबा त जर अिछजे 20वीं शताी मे पिम मे पलल-बढ◌ल को ि एिह स्ी कए(स्ी कएदय मे वास करैयवाला भावना) घेरा निह बिझ ु पाउत। आइ जखन िबयाह एकटाअलग अथ र् ल चुकल अिछ, एहन मे पुरैनक औिच जर ासंिगक भ गेल अिछ।1960 क दशक मे एिह िच कए कागज पर उतारबाक यास शु भेल छल आतिहए स शु भेल एिह िच मे नव-नव योग। तिहये स शु भेल एकर अथ र्कनव संसार जे िमिथलाक सोच आ संृित स प ूरा िभ अिछ। नव योग आ पुरानअथ र्क एहन िमण भेल जे कलाक प ूरा प आ अथ र् क औिच पर सवाल उठादेलक। सच कहल जाए त िमिथलाक मिहलाक एिह िवलक्षण ितभा कए पिरभािषतकरबा मे एखन धिर को िवान सफलता निह पािब सकलिथ अिछ। सम िमिथला मेबनाउल जाइवाला एिह िच कए िकछु चािर-पा ंच टा गाम मे समेट देबाक अलावा इिवान लोकिन एिह िच कए कएटा अनपढ◌-गवा ंर मौकी ारा बनाउल गेल िच सबेसी िकछु निह सािबत कए सकलिथ अिछ। िमिथला मे एख कई टा मिहला अपनफाटल पुरान क◌ॉपी िनकािल देखबैत छिथ, जािह मे कईटा िवदेशी िवानक िलखलवा अिछ। द ुख आ तामस तखन होइत अिछ जखन क◌ॉपी पर िलखल वापढ◌◌ैत छी, जािह मे िलखल रहैत छैक जे इ िच एकटा िपछड◌ल समाजक गवा ंर,अनपढ◌ आ म ूख र् मिहला ारा बनाउल गेल अिछ। िवदेशी िवान मे इ सोच अचानकनिह आिब गेल अिछ। हुनका कई कार स इ बतेबाक बेर-बेर यास भेल अिछ।द ु िनया मे इ धारण कए ािपत करबाक य इब्स िवको कए अिछ। िवको स बेसी165

िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्गपक ज्ञान राखब असंभव अिछ। ओना िमिथला समाज कए अंत िवकिसत समाज बहुतकम िवान मान छिथ। जेना िक 1991 मे दिरदा आ 1994 मे वाल साफ तौरपर िलख छिथ जे एिह िचकलाक सही अथ र् िमिथला मे आब िगनल-चुनल लोक बतासकैत अिछ। वेल क कहब अिछ जे िमिथला मे जे िचक अथ र् किह सकैत छिथ ओचुप रहय चाहैत छिथ, जखन िक अथ र् निह जनिनहार लोक कए चुप राखब एकटा किठनकाज अिछ। ओना एिह संब ंध मे ाउनक मत िकछु अलग अिछ। ाउन कहैत छिथ,'इ सच अिछ जे आम मैिथल एिह कलाक संब ंध में कम जानकारी रखैत छिथ, मुदाबहुत िवान लेल इ को मह निह रखैत अिछ जे मैिथल एिह संब ंध में कतेकब ुझैत अिछ आ की कहैत अिछ। अिधकतर िवान मैिथलक भावना कए अपन शोधमे तोिड◌-मरोिड◌ कए ुत करबा स पाछु निह हटला अिछ। द ुभा र् अिछ जेएखन तक को देशी िवान एिह त कए रेखािकत ं निह केलाह अिछ, मुदा ाउनअपन िमिथला वासक दौरान िकछु एह महस ूस केलीह।असल मे सबस पैघ गप इ अिछ जे पाा संृित, वहार आ िशक्षा हमरा लोकिनक सोच कए दबा देलक अिछ या इ कहू जे सीिमत किर देलक अिछ। एकर अलावाहमरा लोकिन मे अवाद करबाक क्षमता सेहो कम भ चुकल अिछ। आब सवालउठैत अिछ जे एतेक जिटल आ गु तक को एक ि ारा कैल अवाद कएसवो र् मानल जा सकैत अिछ? एिह ठाम इ कहब जरी अिछ जे एकटा िचक कईटा अथ र् भ सकैत अिछ, मुदा ओकर स ू द ूटा निह भ सकैत अिछ। वैह एकटा स ूओकरा आन स िभ करैत अिछ। एिह स ूक चाआत ओकर अथ र् घ ुमैत रहैतछैक। एहन स ू िमिथला मे एख िकछु मिहला कए ब ुझल छैन, मुदा ओ िनित पस ावसाियक निह छिथ। तािह लेल हुनका स ओ स ू ब ुझब को देशी िवान लेलकिठन काज अिछ, एहन मे िवदेशी िवानक गप करब बेकार अिछ। दरअसलिमिथलाक मौगी एिह स ू कए अपन शरीरआ आा मे बसा रख छिथ आ नव पीड◌◌ीकए थोड◌◌े-थोड◌◌े किर कए ब ुझाउल जाइत रहल अिछ। एहन मे अ ज्ञानी सजानकारी लेलाक बाद िवदेशी िवान िमिथलाक स ू जिनिनहार मिहला कए नजरअंदाजकिर दैत छिथ।िमिथला िचकला क सबस चिलत िच कोहबरक पुरैन कए ल कए सबस बेसी मकिित अिछ। अिधकतर िवान एकरा कोहबर नाम स पिरभािषत केलि अिछ, जखनिक पुरैन कोहबरक अक िचगुक एकटा सद मा अिछ। आइ जे पुरैनक पदेखबा मे आिब रहल अिछ, ओ जानकार मिहला मे म पैदा किर रहल अिछ।हालािक ं एतबा अव अिछ जे एकटा गोलाकार आकृितक चाआत छह टा मौिगक मुंहबनाउल गेल अिछ, जेकर बीच मे सातम मुंह सेहो अिछ जे छह टा मुंह स किनपैघ आकारक अिछ। एिह िच कए रेखािचक प मे बनाउल गेल अिछ। पुरैनकस ू पर बनाउल गेल एिह रेखािच स ण हेबाक कईटा कारण अिछ। िमिथला मेपुरैन रेखािच निह, बि िभििच अिछ आ पा ंचटा र ंग स बनाउल जाइत अिछ।हालािक ं आइ अिधकतर कागज पर एहन िच बनाउल जा रहल अिछ, लेिकन एिह164

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