Videha_01_01_2009_Tirhuta

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िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका Videha Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्हमरा चढबाक अिछअहा ँक सपनाक पहाड पर ।कला आ संगीत िशक्षाछिव झा/ कुमुद िसंहलेिखका छिव झा िपछला तीस वष र् स िमिथला िचकला कए अथ र् पर काज कए रहलछिथ। संित ओ 'ेह छिव िमिथला ूल ऑफ आट र्Ó, दरभंगा क िनदेशक छिथ आएकरा पिरभािषत करबा मे लागल छिथ।लेिखका कुमुद िसंह मैिथलीक पिहल इ-पेपर समादक संपादक छिथ।िमिथला िचकला : अथ र्क अिधकता आ साथ र्कता1960 क दशक मे िमिथला िचकला कए दीवार स कागज पर उतारबाक यास शुभेल छल आ तिहए स शु भ गेल एिह िच मे नव-नव योग। तिहये स शुभेल एकर अथ र्क नव संसार जे िमिथलाक सोच आ संृित स प ूरा िभ अिछ। नवयोग आ पुरान अथ र्क एहन िमण भेल जे कलाक प ूरा प आ अथ र् क औिच परसवाल उठा देलक।सब कलाकृितक एकटा अथ र् होइत छैक। जेकर कलाकृित स घिनï संब ंध होइतअिछ। कलाकृित आ ओकर अथ र् ओ कृितक साथ र्कता कए िस करैत अिछ। िमिथलािचकलाक संब ंध मे जखन िवचार करैत छी त कठ र्टा गप साम अबैत अिछ, मुदाएकटा गप होइत अिछ जे िमिथला आ भारतक िवान एिह कलाक ित आइधिर अपन नजिरया निह बना सकलिथ अिछ। िपछला पा ंच दशक मे िवदेशी िवान जेएिह कलाक ित नजिरया ािपत केलिथ अिछ, देशक िवान ओकरे आधार मािन कएआग ू बढैत रहलिथ अिछ। च प ूछु त देशी िवान किहयो अपन नजिरया ुतकरबाक यास तक निह केलिथ। िमिथला िचकलाक एिह गु आ जिटल वािवकताकए ध ंध ु स िनकालबाक पिहल यास सेहो अमरीका मे कैल गेल। 1984 मेअमरीका स कािशत मानव शास् पर आधािरत पिका मे पिहल बेर एिह गप कएरोचक आ गंभीरताप ूव र्क उठाउल गेल जे अथ र्क अिधकता स केना एिह कलाक साथ र्कताख भ रहल अिछ।उर िबहार आ पालक तराई मे पसरल िमिथला क मिहला ारा अपन घरक दीवारआ आ ंगना मे बनाउल जाइवाला एिह िचक संब ंध मे एखन धिर कई बेर िलखन जाचुकल अिछ आ कई ठाम कहल जा चुकल अिछ। एतबे निह कई टा अंतरराï◌्रीर्य162

िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका Videha Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्म ंच पर एकर ुित सेहो भ चुकल अिछ। मुदा एकर संब ंध मे िलखल सा बेसीपुरान निह अिछ। 1949 मे पिहल बेर एिह पुरातन कलाक संब ंध मे कागज परिकछु िलखल गेल। डब्ू जी आरचर अपन िकताब मे एिह िचकला कए अुत आआश्र्चयजनक कह छिथ। मुदा 1962 मे कािशत लीना◌ाि◌ झाक पुकिमिथला की सा ंृितक लोकिचकला सही माय मे एिह िचकला पर पिहल आिधकािरकदावेज अिछ। देसी नजिरयाक संग-संग एकर भाषा मे सेहो िहंदी आ मैिथलीकिमण अिछ, जािह स अथ र्क भाव अंगरेजी स बेसी साफ ब ुझबा मे अबैत अिछ।देशी नजिरयावाला एहन पुक कए पाठक तक निह पहु ंचब एिह कलाक अथ र्कअिधकताक म ूल कारण कहल जा सकैत अिछ।िमिथला िचकलाक अथ र्क संब ंध मे समय-समय पुक क काशन होइत रहल अिछ।1952 मे ाउन आ लेूइस, 1966 मे माथ ुर , 1977 मे इब्स िवको (वैूवाद)आ 1990 मे जयकर एिह कलाक अथ र्क संब ंध मे बहुत िकछु िलखलिथ। अिवसनीयमुदा स अिछ जे एिह िकताब सब मे जे िकछु िलखल गेल अिछ ओ िमिथला मेचिलत अथ र्क स सव र्था िभ अिछ। एिह संब ंध मे अमरीकाक चीको िविवालयककैरोिलन ाउन िलखैत छिथ जे िमिथला िचकलाक अथ र् कए हरदम गलत आ मकतरीका स िवक समक्ष राखल गेल अिछ। एकर मु कारण इ रहल जे एिह परदेशी खास कए िमिथलाक िवान गंभीर काज निह केलिथ, जे काज भेल ओ िवदेशीिवानक शोध स भेल। िमिथलाक अंगना मे बनाउल गेल एिह िचक संब ंध मे पुख्ताजानकारी लेब को िवदेशी लेल हरदम एकटा चुती रहल अिछ। लोककला कएब ुझलाक बाद ओकर सही अथ र् ब ुझब आ फेर ओकरा सही प मे पिरभािषत किरअिभ करब को िवदेशी शोधकता र् लेल राई क पहाड◌ सन काज अिछ। 1986मे एसैड, वैल, मारकस आ िफसर, 1988 मे िवाड आ 1992 मे व ूल्फ क आलेखस ब ुझबा मे अबैत अिछ जे ओ िकछु एह साई स सामना के हेताह। कैरोिलनाउन एिह संब ंध मे साफ तौर पर िलखैत छिथ- हम पिम कए लोक एिह िचकलाकए पिरभािषत निह किर सकैत छी, तािह कारण हम सब एिह अुत िवषय कएतोिड◌-मरोड◌◌ी कए पेश करैत रहलहु ं अिछ। हालािक ं एिह मे को संदेह निहअिछ जे एकटा समाज मे िभ-िभ लोकक अगल-अलग नजिरया भ सकैत अिछ, ओएकटा िचक िभ-िभ अथ र् किह सकैत छिथ, मुदा िविभ अथ र्क बीच मे एकटासमानता होइत अिछ, जे अथ र् कए कतह ु कतह ु जोड◌◌ैत अिछ। उदहारण लेलिमिथला मे पुख कम र्का ंड, ायशास् सन शास्ीय िवधा मे नीक पकड◌ रहैत छिथ आओिह स ज ुड◌ल पावैन-ितहार क ाा नीक जेका किर लैत छिथ, ओतिह मौगीघरेल ू पावैन-ितहार पर नीक पकड◌◌ी रखैत छिथ आ ओकर अपन असारे ाासेहो करैत छिथ। एिह लेल कुलदेवीक प ूजा या गौरी प ूजा मे पुखक योगदानकम देखबा मे अबैत अिछ।एकर पाछु कारण इ अिछ जे अंत ग ूढ◌ संसार आ अिधक िवकिसत समाजक सबटा163

िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्हमरा चढबाक अिछअहा ँक सपनाक पहाड पर ।कला आ संगीत िशक्षाछिव झा/ कुमुद िसंहलेिखका छिव झा िपछला तीस वष र् स िमिथला िचकला कए अथ र् पर काज कए रहलछिथ। संित ओ 'ेह छिव िमिथला ूल ऑफ आट र्Ó, दरभंगा क िनदेशक छिथ आएकरा पिरभािषत करबा मे लागल छिथ।लेिखका कुमुद िसंह मैिथलीक पिहल इ-पेपर समादक संपादक छिथ।िमिथला िचकला : अथ र्क अिधकता आ साथ र्कता1960 क दशक मे िमिथला िचकला कए दीवार स कागज पर उतारबाक यास शुभेल छल आ तिहए स शु भ गेल एिह िच मे नव-नव योग। तिहये स शुभेल एकर अथ र्क नव संसार जे िमिथलाक सोच आ संृित स प ूरा िभ अिछ। नवयोग आ पुरान अथ र्क एहन िमण भेल जे कलाक प ूरा प आ अथ र् क औिच परसवाल उठा देलक।सब कलाकृितक एकटा अथ र् होइत छैक। जेकर कलाकृित स घिनï संब ंध होइतअिछ। कलाकृित आ ओकर अथ र् ओ कृितक साथ र्कता कए िस करैत अिछ। िमिथलािचकलाक संब ंध मे जखन िवचार करैत छी त कठ र्टा गप साम अबैत अिछ, मुदाएकटा गप होइत अिछ जे िमिथला आ भारतक िवान एिह कलाक ित आइधिर अपन नजिरया निह बना सकलिथ अिछ। िपछला पा ंच दशक मे िवदेशी िवान जेएिह कलाक ित नजिरया ािपत केलिथ अिछ, देशक िवान ओकरे आधार मािन कएआग ू बढैत रहलिथ अिछ। च प ूछु त देशी िवान किहयो अपन नजिरया ुतकरबाक यास तक निह केलिथ। िमिथला िचकलाक एिह गु आ जिटल वािवकताकए ध ंध ु स िनकालबाक पिहल यास सेहो अमरीका मे कैल गेल। 1984 मेअमरीका स कािशत मानव शास् पर आधािरत पिका मे पिहल बेर एिह गप कएरोचक आ गंभीरताप ूव र्क उठाउल गेल जे अथ र्क अिधकता स केना एिह कलाक साथ र्कताख भ रहल अिछ।उर िबहार आ पालक तराई मे पसरल िमिथला क मिहला ारा अपन घरक दीवारआ आ ंगना मे बनाउल जाइवाला एिह िचक संब ंध मे एखन धिर कई बेर िलखन जाचुकल अिछ आ कई ठाम कहल जा चुकल अिछ। एतबे निह कई टा अंतरराï◌्रीर्य162

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