Videha_01_01_2009_Tirhuta

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िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका Videha Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्हकरै बालक व ृ जनी सब, लोक कहै सब माल हेरायल।बा ँस-आम गीरल अनिगनती, ो कहै हमरो मिहंस हेरायल॥लोक कहै बहु भाित ँ मद ुःख, िया कहै मोर िय निहं आयल।कािमनी कलपिथ, िय निहं गृह छिथ, िवज ु िरक ध ु िन-सुिन िजयरा डेरायल॥रोर मचल अिछ चहु िदिश जन-जन, एतबिहमे अित जल झहरायल।ििषत भूिम “िवभूित”मय भेली, त-ण वो जन-मन हरसायल॥जगक मान (०९.०६.६३)डोली उठल िबन खोलीके द ुवारसँ,घिर ु निहं आओत, मान हे।का ँच कचा कािट कुढ़◌ावोल,उघल सबटा सामान हे॥ेत वस्सँ म ृतक सजाओल,िनत ित होत जहान हे।अचरज के ँ बात ब ु िझ ई,ई िथक ुवक समान हे॥128

िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका Videha Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्चािर ज िमिल का लगाओलगमन करत शमशान हे।पु-णय के पिरचय देता,करता अिक दान हे॥सच् होय अिछ “पुाथे र् भाया”र्होय छिथ पु महान ् हे।कहिथ “िवभूित” बनब िवभूित,एिह िथक जगक मान हे॥“अपटुडेट बिल युवकसँ” (१५.१२.१९६२)क िकछु काज बाब ू औ,रतन धन आय पौ छी।धरा पर अवतिरत भऽ के,एना की मन गमौ छी॥?॥क उाह िकछु मनमे,129

िव दे ह िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহ िवदेह थम मैिथली ािक्षक ई िका <strong>Videha</strong> Ist MaithiliFortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका ०१ जनवरी २००९ (वषर् २मास १३ अंक २५) http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्हकरै बालक व ृ जनी सब, लोक कहै सब माल हेरायल।बा ँस-आम गीरल अनिगनती, ो कहै हमरो मिहंस हेरायल॥लोक कहै बहु भाित ँ मद ुःख, िया कहै मोर िय निहं आयल।कािमनी कलपिथ, िय निहं गृह छिथ, िवज ु िरक ध ु िन-सुिन िजयरा डेरायल॥रोर मचल अिछ चहु िदिश जन-जन, एतबिहमे अित जल झहरायल।ििषत भूिम “िवभूित”मय भेली, त-ण वो जन-मन हरसायल॥जगक मान (०९.०६.६३)डोली उठल िबन खोलीके द ुवारसँ,घिर ु निहं आओत, मान हे।का ँच कचा कािट कुढ़◌ावोल,उघल सबटा सामान हे॥ेत वस्सँ म ृतक सजाओल,िनत ित होत जहान हे।अचरज के ँ बात ब ु िझ ई,ई िथक ुवक समान हे॥128

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