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िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह

'िवदेह' ५७ म अंक ०१ मइ २०१० (वषर् ३ मास २९ ... - WordPress.com

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<strong>िव</strong> <strong>दे</strong> <strong>ह</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> <strong>Videha</strong> <strong>িবেদহ</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका <strong>Videha</strong> Ist Maithili Fortnightly e Magazine <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक '<strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>''<strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>' ५७ म अंक ०१ मइ २०१० (वषर् ३ मास २९ अंक ५७)http://www.videha.co.in/ मानुषीिम<strong>ह</strong> संस्कृ ताम्पोिलटीकंल सिकर्ल मे ओकंर कंायर्क्षमताकं चच भेल कंरैछ । अपन मंी के तऽ ओ मुँ<strong>ह</strong>लगुआ बिन गेलआछ़़़क़ंोनो कंिटन सँ कंिठन कंाज <strong>ह</strong>ो ओकंरा लेल सामाय़़़़क़े<strong>ह</strong>नो जिटल समया <strong>ह</strong>ा े; ओ ओकंरा लग ओकंरसमाधान चुटकंी मे तैयार ़़़क़ंोनो बातकं नकंारामकं जवाब तऽ ओकंरा लग छलि<strong>ह</strong>ये नि<strong>ह</strong>ं । कंाज मे तऽआगया-बेताल आछ ओ़़़़ऑफीस मे कंाज़़़़घर पऱ़़़<strong>ह</strong>रदम कंाजे-कंाज ।मंी लग बात उठलै जे <strong>िव</strong>भाग ारा िनयंित केंीय योजना अपेिक्षत पिरणाम <strong>दे</strong>बा मे समथर् िकंयैकं नि<strong>ह</strong>ं भऽर<strong>ह</strong>ल छै ? समया समाधान <strong>ह</strong>ेतु वभा<strong>िव</strong>के सिचव आ मंी के यान ओकंरे िदस गेलैकं । ओकंरा भार <strong>दे</strong>लगेलैकं - ' समया के अययन कंऽ कंऽ एकं मि<strong>ह</strong>ना मे योजना के दुरूत कंरकं उपाय सुझाऊ ।' ओ अपनिमशन पर लािग गेल़़़़िरपोटर् बनेलकं, प््रोजेंटेशन केलकं । सार तव ई जे योजना के ठीकं सँ लागू नि<strong>ह</strong>ं<strong>ह</strong>ेबाकं कंारण छैकं लॉकं आ िजला तरकं आधकंारी-कंमर्चारी के योजना के बारे मे अप िकंवा अग़्यानता ।ओकंर सुझाव छलैकं जे जॱ जमीनी-तरकं कंािमर्कं सभकं क्षमता-िनमण कंयल जाय तऽ एि<strong>ह</strong> योजनाकं कंी ;सभ केंीय आ राय योजना के सफलता सुिनश्िचत बुझु । सुझाव नीकं छलैकं़़़़मंीजी तऽ एतेकं भाव<strong>िव</strong>लभऽ गेला<strong>ह</strong> जे ओकंर पीठ ठोिकं कंऽ शावासी <strong>दे</strong>लिखन । तकंाल आ<strong>दे</strong>श भेलैकं जे ओ अपन कंायर्-योजना परआगू बढ़य । एि<strong>ह</strong> <strong>ह</strong>ेतु साधनकं कंोनो कंमी नि<strong>ह</strong>ं <strong>ह</strong>ोमय <strong>दे</strong>बाकं आासन मंीजी <strong>दे</strong>लिखन ।ओ आगू बढ़ल । सभ सँ पि<strong>ह</strong>ने अपन प्िराय आधकंारी आ कंमर्चारीकं एकंटा टीम बनेलकं । तकंरा बादएकंटा गाईड-लाईन मंीजी सँ अनुमोिदत कंरेलकं जाि<strong>ह</strong> मे पाँच लाख तकं के रािश वीकृत कंरबाकं आधकंरसंयुᆬ-सिचव तर के आधकंारी के छलैकं । पेᆬर ओ <strong>दे</strong>शकं चारू क्षे मे चािर टा संसाधन-के बनेलकंजाि<strong>ह</strong> मे ओकंर पिरिचत यूिनविसर्टी-प््राोपेᆬसर, िरसचर्र आिद सभ शािमल कंयल गेलैकं । संसाधन-केसरकंार सँ प््राात अनुदानकं दस प््राितशत अपन थापना पर खचर् कंऽ सकैत छल जाि<strong>ह</strong> मे वेतन, यातायात,कंयूटर सि<strong>ह</strong>त अय खचर् शािमल छलैकं । प्राित क्षेिय सेमीनार तीन लाख रूपया आ राीय <strong>ह</strong>ेतु सामायखचर् सीमा पाँच लाख छलैकं जे पिरिथितवश बढ़ाओल से<strong>ह</strong>ो जा सकैत छलैकं । एि<strong>ह</strong> सभ लेल संसाधन-केसभ के सालकं शुरू<strong>ह</strong>े मे दू-दू कंरोड़ रूपया बाँिट <strong>दे</strong>ल गेलैकं । ई रूपया खचर् भेला पर ओ सभ उपयोिगता-प््रामाणप दऽ कंऽ आओर रूपया माँिग सकैत छल । ओकंर सर-वुᆬटुबकं आनो आन लोकं सभ जोगाड़ लगाकंऽ संसाधन-के मे अपन नोकंरी पंा केलकं । अपन लोकं के कृतग़्य कंरबाकं यै<strong>ह</strong> तऽ मौकंा छलैकंओकंरा ।संसाधन-के सभ के कंायर्शाला, सेमीनार, समेलन आिद आयोिजत कंऽ कंऽ लॉकं, िजला, राय तर केकंािमर्कं सभ के प््रािशक्षण आ जागरूकं कंरकं छलैकं । के सभ के एि<strong>ह</strong> तर<strong>ह</strong>ें अपन कंायर्-वर्ᆬम कंरकंछलैकं जे सभ शिन आ र<strong>िव</strong> कंऽ कंत<strong>ह</strong>ु ने कंत<strong>ह</strong>ु कंायर्शाला वा सेमीनार वा समेलन <strong>ह</strong>ोईतैकं । एि<strong>ह</strong> <strong>ह</strong>ेतुओकंरा सभ के अपन वािषर्कं-कंायर्वर्ᆬम पि<strong>ह</strong>नि<strong>ह</strong>ं अनुमोिदत कंरेबाकं यवथा छलैकं । संसाधन-के सभकंबीच मे नीकं ताल-मेल बनेबाकं लेल यवथा छलैकं जे ओ याख्यान, प््रातुितकंरण आिद <strong>ह</strong>ेतु दोसर संसाधन-के सँ साधन-सेवी सभ के आमंित कंरय । ओ (संयुᆬ सिचव) तऽ अपने बड़ पैघ साधन-सेवी छल ़़़़ओकंरा अतेकं योजना के बारे मे कंकंरा बुझल छलैकं । तैं ओ सभ कंायर्शाला, सेमीनार आिद मे आमंित<strong>ह</strong>ोईत आछ । िनयमनुसार प््राित याख्यान ओकंरा दस <strong>ह</strong>जार रूपया से<strong>ह</strong>ो भेटैत छैकं । ओ<strong>ह</strong>दा अनुसार एबा-जेबा एवं र<strong>ह</strong>बाकं यवथा अलग सँ ।गरीबी दूर कंरबाकं योजना पर <strong>िव</strong>चार-<strong>िव</strong>मशर् पाँच-िसतारा <strong>ह</strong>ोटल सभ मे <strong>ह</strong>ोईत छैकं - एि<strong>ह</strong> पर िकंछु मीडीया मेचच <strong>ह</strong>ोईत र<strong>ह</strong>लैकं । ओ संसाधन-के के प््राधान सभ के एकंटा िमटॴग बजेलकं आ सुझाव <strong>दे</strong>लकै जेकंायर्शाला सभ मे थानीय पकंार सभ के से<strong>ह</strong>ो बजाओल जाय । आिखर एि<strong>ह</strong> मे कंोन िदंत- ओ सभ लंच21

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