Videha ‘िवदेह’

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Videha ‘िवदेह’ थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা Videha Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह Videha িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्ी राजकमल चौधरीक रचनाक िववेचन कए रहल छिथ ी देवश ंकर नवीनजी।ोितजी प, बालाना ंकृते केर देवीजी श ंखला, ृ बालाना ंकृते लेल िचकलाआऽ सहबाढ़िनक अंजी अवाद ुत कए छिथ।िशवश ंकर ीिनवास केर मैिथली कथाक अ जी अवाद सेहो ुत कएलगेल अिछ।भारतक िवनाथन आन वल्डर् चेस ितयोिगता िजतलि तँ भारतअपन चयान-१ याा सेहो शु कएलक। मुदा संगमे असमक बमिवोट, उड़◌ीसाक नन बलाार आ मालेगा ँव िवोट मोरक पएर िसभेल।शेष ायी ंभ यथावत अिछ।संगिह "िवदेह" केँ एखन धिर (१ जनवरी २००८ सँ ३० अूबर २००८) ६२देशसँ १,०८,३१२ बेर देखल गेल अिछ (ग ूगल एलेिट डाटा)- धवादपाठकगण।अपक रचना आऽ ितियाक तीक्षामे।गजे ठाकुरggaj endr a@ vi deha. co. i n ggaj endr a@ yahoo. co.i nअंितका काशन की नवीनतम पुकें उपास6

Videha ‘िवदेह’ थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা Videha Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह Videha িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्कहानी-संहरेल की बात : हिरमोहन झा म. ू सिज १२५.००पे.बै. ७०.००मोनालीसा हँस रही थी : अशोक भौिमक म.ूसिज २००.०० पे.बै. ८०.००इितहास, स्ी-िवमश र् और िचंतनछिछया भर छाछ : महेश ·टारे म. ू सिज २००.००पे.बै. १००.००िडजार : मीिडया ए पािलिटकस : पु स ूनवाजपेयी म. ू सिज ३००.०० पे.बै. १६०.००कोहरे में कं दील : अवधेश ीत म. ू सिज२००.०० पे.बै. १००.००एंकर की नज◌ऱ से : पु स ून वाजपेयी म.ूसिज ३५०.०० पे.बै. १७५.००शहर की आिखरी िचिडय़◌ा : काश का म.ूसिज २००.०० पे.बै. १००.००पीले कागज◌़ की उजली इबारत : कैलाश बनवासीम. ू सिज २००.०० पे.बै. १००.००नाच के बाहर : गौरीनाथ म. ू सिज २००.००पे.बै. १००.००आइस-पाइस : अशोक भौिमक म. ू सिज१८०.०० पे.बै. ९०.००भेम का भे मा ँगता कुाड◌़◌ी ईमान :सनारायण पटेल म. ू सिज २००.०० पे.बै. ९०.००कुछ भी तो मानी नही ं : मनीषा कुल म.ूसिज २००.०० पे.बै. १००.००बड◌़कू चाचा : सुनीता जैन म ू . सिज १९५.००किवता-संहया : श ैलेय म ू . १६०.००कुआर्न किवताएँ : मज कुमार ीवाव म.ू१५०.००कब लौटेगा नदी के उस पार गया आदमी :पालकालीन संृित : म ंज ु कुमारी म ू . २२५.००स्ी : संघष र् और स ृजन : ीधरम म ू . २००.००अथ िनषाद कथा : भवदेव पाेय म ू . १८०.००शी काबादल सरकार : जीवन और र ंगम ंच : अशोकभौिमकिकसान और िकसानी : अिनल चमिडय़◌ामाइोोप (उपास) : राजे कुमार किजयाप ृीपु (उपास) : लिलत अवाद : महाकाशमोड◌़ पर (उपास) : ध ूमकेतु अवाद : णा र्मोलाज◌़ (उपास) : िपयैर ला म ूर अवाद :सुनीता जैना कोई है (कहानी-संह) : श ैलेयएक साथ िही, मैिथली में सिय आपकाकाशनअंितका काशन7

<strong>Videha</strong> <strong>‘िवदेह’</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা <strong>Videha</strong> Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्कहानी-संहरेल की बात : हिरमोहन झा म. ू सिज १२५.००पे.बै. ७०.००मोनालीसा हँस रही थी : अशोक भौिमक म.ूसिज २००.०० पे.बै. ८०.००इितहास, स्ी-िवमश र् और िचंतनछिछया भर छाछ : महेश ·टारे म. ू सिज २००.००पे.बै. १००.००िडजार : मीिडया ए पािलिटकस : पु स ूनवाजपेयी म. ू सिज ३००.०० पे.बै. १६०.००कोहरे में कं दील : अवधेश ीत म. ू सिज२००.०० पे.बै. १००.००एंकर की नज◌ऱ से : पु स ून वाजपेयी म.ूसिज ३५०.०० पे.बै. १७५.००शहर की आिखरी िचिडय़◌ा : काश का म.ूसिज २००.०० पे.बै. १००.००पीले कागज◌़ की उजली इबारत : कैलाश बनवासीम. ू सिज २००.०० पे.बै. १००.००नाच के बाहर : गौरीनाथ म. ू सिज २००.००पे.बै. १००.००आइस-पाइस : अशोक भौिमक म. ू सिज१८०.०० पे.बै. ९०.००भेम का भे मा ँगता कुाड◌़◌ी ईमान :सनारायण पटेल म. ू सिज २००.०० पे.बै. ९०.००कुछ भी तो मानी नही ं : मनीषा कुल म.ूसिज २००.०० पे.बै. १००.००बड◌़कू चाचा : सुनीता जैन म ू . सिज १९५.००किवता-संहया : श ैलेय म ू . १६०.००कुआर्न किवताएँ : मज कुमार ीवाव म.ू१५०.००कब लौटेगा नदी के उस पार गया आदमी :पालकालीन संृित : म ंज ु कुमारी म ू . २२५.००स्ी : संघष र् और स ृजन : ीधरम म ू . २००.००अथ िनषाद कथा : भवदेव पाेय म ू . १८०.००शी काबादल सरकार : जीवन और र ंगम ंच : अशोकभौिमकिकसान और िकसानी : अिनल चमिडय़◌ामाइोोप (उपास) : राजे कुमार किजयाप ृीपु (उपास) : लिलत अवाद : महाकाशमोड◌़ पर (उपास) : ध ूमकेतु अवाद : णा र्मोलाज◌़ (उपास) : िपयैर ला म ूर अवाद :सुनीता जैना कोई है (कहानी-संह) : श ैलेयएक साथ िही, मैिथली में सिय आपकाकाशनअंितका काशन7

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