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Videha ‘िवदेह’

Videha_01_11_2008_Tirhuta

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<strong>Videha</strong> <strong>‘िवदेह’</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা <strong>Videha</strong> Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्ाितीया िहु समाज मे चिलत पाबिन अिछ । िमिथला ंचल मे सेहो अकरिविश मह अिछ । काितर्क मास मे शु पक्ष के ितीया ितिथ क ई पाबिनमनाओल जाइत अिछ । ई िदन भाय - बिहनक अटूट म के समिप र्त होइत अिछ। अिह पाबिन सऽ ज ुड़ल एक पौरािणक कथा अिछ जािह असारे जमुना अन भाययम के अिह िदन त रहैथ । बिहन सब अन भाय के प ूजा करैत छिथ ।बिहन अपन घरक ऑ◌ंगन नीप कऽपीठार सऽ षदलक अड़ि◌पन बनाबैत छैथ । भायके आसन अथवा पीढ़◌ी पर बैसाबैत छैथ । अड़ि◌पन पर एक गोट बाटी राखैछैथ ।लोटा मे अिछ ंजल लैत छैथ । प ूजा के लेल छह गोट कुरक फूल,िपठार, िसूर, छह गोट ड◌ॉ◌ंट सिहत पानक पात, छह गोट सुपाड़◌ी, द ु कारकइलायची आर हरीर आवक होइत अिछ । कुरक फूल निहं भेटला पर गेंदाकफूल सऽ काज लेल जाईत अिछ ।बिहन अपन भाय के आसन पर बैसाकऽ िपठार आ िसूर सऽ ितलक करैत छैथ। तकर बाद भाय द ु कर पसािरकऽ बािटक ऊपिर राखैत छैथ आ' बिहन भाय केहाथ मे िपठार िसूर सिहत प ूजाक सब सामी राखैत छिथ । पुन जलस◌ॅ◌ं भायकेहाथ धो दैत छैथ । जलसऽ हाथधोईत काल बिहन िनिलिखत फकरा गाबैतछिथ''यमुना तली यम के◌़ हम तै छी भाय के,जते िदन यमुनाक धार रहै तते िदन भाय के अदा रहै"तकर बाद बिहन अपन भाय के वैभवासार उपहार दैत छिथ । माता अिछजे ई प ूजा करै वाली स्ी वैध एवम ् अ ेश सऽ द ूर रहैत छिथ ।बचपन मेजतऽ ई पाबिन बिहन सभ लेल उपहारक लालसा आ' भाई सभ लेल प ूजा कराबऽ के59

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