22.08.2015 Views

Videha ‘िवदेह’

Videha_01_11_2008_Tirhuta

Videha_01_11_2008_Tirhuta

SHOW MORE
SHOW LESS

You also want an ePaper? Increase the reach of your titles

YUMPU automatically turns print PDFs into web optimized ePapers that Google loves.

<strong>Videha</strong> <strong>‘िवदेह’</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা <strong>Videha</strong> Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्सभ िकछु हािर गेलाह आऽ जंगलमे घ ुमैत छलाह जखन िवपि एिह समयमे ौपदीस ूय र्देवक १०८ नामसँ स ूय र्क प ूजा कएलिन आऽ छिठक त कएलाक बाद पा ंडवकेँ अपनराज-पाट वापस भेिट गेल। एिह घटनाक बाद लोक सभ एकटा “महाभारत पव”र्सेहो कहए लगलाह। आम जन सम ूहक म ई धारणा अिछ जे एिह धािम र्क अानकेँिनाक संग कएलासँ मवािक्षत ं फलक ाि तँ होइते अिछ संगिह संताि आऽपािरवािरक शाि आऽ चैनक संग असा रोगक िनवारण सेहो होइत अिछ।सूण र् िबहारमे प ूरा उाह आऽ भिभावक संग मनाओल जाएबाला एिह पाबिनक अतेकमह अिछ जे गरीब सेहो भीख मािग ँ कऽ ई पाबिन करैत अिछ। कतेको लोकआऽ संगठन एिह अवसरपर फल-फूल आऽ प ूजाक सामान बािट ँ पुक भागी बतछिथ। खरना आऽ समीक िदन लोकसभ मािगयो ँ कऽ साद जर हण करैतछिथ। पबितन सेहो िबना को भेदभावक साद ब ँटैत छिथ। एिह अवसरपरप ूरा देशमे नदी, पोखिर, कुआ आिदक सफाई कएल जाइत अिछ। सूण र् देशकशहर गामक सड़क, गली, मोहामे अुत सफाई आऽ काशक वा कएल जाइतअिछ। शहर सभमे नदी-पोखिरपर बढ़◌ैत भीड़ देिख आब लोक सभ अपन मोहाआऽ घरक छत अथवा लग पासमे खाली ानपर पोखिर जका ँ संरचना बना ओिहमेपािन जमा दैत छिथ आऽ पबितन ओिहमे ठाढ़ भऽ स ूय र्देवकेँ अर् समिप र्त करैतछिथ। ई एकमा अवसर अिछ जखन लोक सभ साक्षात अरा देवक प ूजा करैतछिथ। एिह अवसरपर सूण र् िबहारमे अमीर-गरीब, ऊँ च-नीच आऽ मािलक-मजूरक बीचद ूरी समा भऽ जाइत अिछ। सभ केओ तन, मन, धनसँ एिह पाबिनमे लािग जाइतअिछ आऽ सूण र् वातावरण छिठमय भऽ जाइत अिछ।२. िबहारमे स ूयो र्पासनाक मुख के-नवेु कुमार झा,समाचार वाचक सह अवादक (मैिथली), ादेिशक समाचार एका ंश, आकाशवाणी, पटनाछिठ पाबिन िबहारक एकटा लोक पव र् अिछ जे ायः सभ घरमे मनाओल जाइतअिछ। प ूरा देशमे आा आऽ ाक संग ई चािर िदवसीय अान स होइतअिछ। िबहारमे स ूयो र्पासनाक कतेको के अिछ। िबहारमे ित कतेको स ूय र्मिर ालु सभकेँ भगवान स ूय र्क अर् देबाक लेल आकिष र्त करैत अिछ। देशकसंगिह देशक कतेको आन सँ ालु एिह मिर सभमे आिब स ूय र् देवक आराधनाकरैत छिथ:-55

Hooray! Your file is uploaded and ready to be published.

Saved successfully!

Ooh no, something went wrong!