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Videha ‘िवदेह’

Videha_01_11_2008_Tirhuta

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<strong>Videha</strong> <strong>‘िवदेह’</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা <strong>Videha</strong> Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्चब ुतराक पछविरया कातमे मजहर सोचप ूण र् मुामे सा ँझेसँ बैसल सबहक गप सुिनरहल छलाह। बै ंकर सैहैब मजहरकेँ कहलिखन- “हौ मजहर! तू ँ तँ एखन कीिटशनसबहक तैयारी कए रहल छह। तू ँ एिह सूण र् करण पर बहुत म ंथन कय हेब।आिखर तोहर सोच की छह”?खखिस गरदिन साफ कय खखाड़ कातमे फेकैत बजलाह- “भाईजी! अंतराष्ीय र् आआिथ र्क नीित काफी संकीण र् िवषय छैक। पिहल बात अिछ जे हमरा लोकिनएन.पी.टी.पर हाक्षर के िबना अंतराष्ीय र् आणिवक बाजारमे सेंह मारवाक कोिशशकय रहल छी। एिह हालतमे िकछु िकछु अंतराष्ीय र् ब ंधन तँ ीकार करिहयेपरत। परु हम एकरा एकटा अवसरक पमे देख रहल िछयैक। आणिवक किकछु एहन पक्ष छैक जािहमे हमर देशक असंधान शायद अमेिरकोसँ ऊपर अिछ।हालमे एकटा िरपोट र् पढ़ रही, जािहमे कहल गेल छैक जे भारतक वैज्ञािनक२००५ आ २००६ मे कािशत असंधान िरपोट र्क आधारपर तकनीकी पसँ सम ृ देशसबकेँ सेहो पाछू छोड़ि◌ आग ू बढ़ि◌ गेल अिछ। एिह िितमे आणिवक इन आिकछु तकनीकक आयात तँ महज अकािलक छैक। दीघ र्कािलक असर हमरा जत ईहेतैक जे भारत िकछु िदनका बाद आणिवक मे एकटा पैघ िनया र्तक भऽ कऽउभरत। एकरामे तकनीकी क्षमता छैक आ अिर आणिवक साधन, जे िकछु कालपिह चचा र् भेल जेना, झारख, आदेश, मेघालय आिदमे उपल छैक तथाअंतराष्ीय र् आणिवक सहयोगक मामसँ एकटा पैघ िनया र्तक भेनाइ सव छैक।तेँ हेतु हमर तँ एतबय कहब अिछ जे जौ ँ एिह समझौताकेँ सही ढंगसँ उपयोगकयल जाय तँ ई अपन देशक लेल वरदान सािबत होयत”।१.नवेु कुमार झा छिठपर २.न ूतन झा ािितयापरनवेु कुमार झा,समाचार वाचक सह अवादक (मैिथली), ादेिशक समाचार एका ंश, आकाशवाणी, पटना१.िबहारक लोक पव र् – छिठ51

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