Videha ‘िवदेह’
Videha_01_11_2008_Tirhuta
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<strong>Videha</strong> <strong>‘िवदेह’</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা <strong>Videha</strong> Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्पता चलल जे आकासमे बादल हुअके कारण सुयो र्दय निहं देख सकब। तखन हमसबसुतैके तैयारीमे लािग गेलहु ं।िरपोता र्ज-कृपान झा (1970- ), ज- समौल, मध ुबनी, िमिथला। गिणतमे ातकोर(एल.एन.एम.य, ू दरभंगा), बी.िलब. (जािमया िमिलया इािमया) आऽ सोचाना िवज्ञानमे एसोिसएटिशप,आइ.एन.एस.डी.ओ.सी., नई िदी। कृपान जी मीरा बाइ पोलीटेकिनक, महारानी बाग, नई िदीमेाखाता छिथ। कृपानजी य ूथ ऑफ िमिथलाक अक्ष छलाह आऽ एखन अराष्ीय र् मैिथली पिरषदकजेनरल सेटरी छिथ। िहनकर ६ टा शोध पेपर स ूचना बनक मे कािशत छि, संगिहिही आऽ अजीमे एक-एकटा किवता सेहो कािशत छि।चौकपर आणिवक समझौता:- कृपान झासा ँझ काल गामक चौकपर गहमा-गहमी छलैक। टोआ ँक दोकानपर चाहक िगलासखनखना रहल छलैक म ंडलजी पान लगेवमे छलाह। कनीक द ूरपर द ुगा र् मिरकपुविरया कात बनल चब ुतरापर दस-बारह युवा आ व ृ सम सामियक चचा र्मे मछलाह। बीचमे मू भाइक आवाज जोड़सँ आयल। “हौ! एहन कोन आफद आिबगेलैक अपन देशपर जे धानम ंी डा. मनमोहन िसंहजी अपन देशक वैज्ञािनककलगभग पिछला पचास वष र्क तपा आ असंधान तथा भिवक आणिवक सामिरकअसंधानकेँ अमेिरकाक हाथ ब ंधकी रखबापर उता भय गेल छिथ।गगनजी चब ुतरापर सँ उचिक पानक पीक कातमे फेकैत किह उठलाह, “का! एहनबात निह छैक। ई समझौता मा अपन देशक महज ऊजा र् आवकताकेँ ानमेरािख कएल गेल-हँ!..मू भाई ताकू ठोढ़मे दैत कहलिखन, “है। ई ऊजा र् आवकता महज बहानाछैक। अमेिरका एिह बहा अपन देशक त आणिवक काय र्ममे टा ँग अड़◌ेबाकिफराकमे बहुत िदनसँ छल। आब ओ अपन मनशामे १२३ समझौता आ ओिहमे हाइडएक ावधान सौ ँ सफल भय रहल अिछ”।49