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Videha ‘िवदेह’

Videha_01_11_2008_Tirhuta

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<strong>Videha</strong> <strong>‘िवदेह’</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা <strong>Videha</strong> Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्जइतैक । अत: एकटा सूण र् र ंगकमीर्क हेतु संगठनाक क्षमता आवक भ’जाइछ ।2005 ई. मे जनकपुर ना महोवक आयोजन कएल गेल रहैक । एिह आयोजनमे याी टीम भाग िलअय से हमर हािद र्क इा रहय । मुदा कलाकारसभ िबखरलरहैक । सभ एकठाम जमा होएत आ नाटक करत से संभव निह ब ुझाय । तथािपएकबेर जानकारी देब आवक छल । एतदथ र् बीस-बाइसटा मेरमे सँ काश केँटेलीफोन कएिलऎक । कारण, ओकर संगठनाक क्षमतासँ हम पिरिचत छलहु ँ । दोसरजँ गिछयो िलतएअ तँ संगठनाक क्षमताक अभावमे जएबो किरतएअ िक निहतािहपर हमर िवास निह छल । खैर, ओ हमर इाकेँ सहष र् ीकार क’ लेलक आपह-सह आदमीक टीम ल’ क’( िदी सँ ) जनकपुरधाम (पाल) पहु ँच गेल ।सम्ित काश िदीमे मैिथली लोक र ंग (मैलोर ंग) नामक संा चला रहल अिछ ।एिह संाक एकटा सद िदी रहैत अिछ तँ दोसर देविगरी मे, मा एकटा उरीिदी तँ दोसर दिक्षणी िदी । एहना िित मे मैिथली र ंगकम र् केँ िजयाक’ राखबएकटा किठन काज भ’ जाइत छैक । तथािप ओ एकरा िजआए क’ निह, बिजगिजयार क’ क’ रख अिछ ।इर, जिहया सँ काश र ंग संग सँ ज ुड़ल अिछ आ ड◌ॉ. ओमकाश भारती, .जे.एन. कौशल, महेश आनंद, देवे राज अंकुर, ितभा अवाल आिद सनशोधकता र्क सािन पौलक अिछ ओकर र ंग-दृ ि आरो ख ुजलैक अिछ । मैिथलीलोकना आ र ंगम ंच पर ओकर शोध आलेख उेखनीय होइत छैक । बाल र ंगम ंचपर भारत सरकार ारा राष्ीय फैलोिशप ा करिनहार काश किहयो किहयो कथासेहो िलखैत अिछ । एकरा ारा िलखल कथा पाथर बेस चचा र् मे छल । ई कथाब ुीक मरथ नाम सँ अंितका मे आ पाथर नाम सँ िही मे समकालीन भारतीयसािह मे कािशत भेल रहै ।हमरा जत कम र्ठ आ सफल ि ओ निह होइत अिछ जे समयक पाछा ँ-पाछा ँ चलैतअिछ, सफल ि तँ ओ होइत अिछ जे अपन कम र्ठतासँ समय केँ अपना लग खींचलैत अिछ । इएह गुण हम म ृद ुभाषी आ िमलनसार काश मे पबैत छी । िकएकतँ एकरासँ पिह िमिथला ंचल सँ कतेको मैिथलीक िवानलोकिन िदी अएलाह, मुदामैिथली र ंगकम र्क जड़ि◌ एना भ’ क’ रोपल निह भेलिन । काशक लेल िदी मेिही र ंगम ंच मे काज करनाइ बहुत आसान छल मुदा ओ मैिथली र ंगकम र् के अपलकई बेसी महप ूण र् अिछ । हमरा तँ ओहो िदन देखल अिछ जिहया मैिथली र ंगकम र्कलकामे बहुत जगिजयार छलैक, एकरा बाद ई जगिजयारी ऊिठक’ पटना आजनकपुर अएलैक सेहो देखलहु ँ आ आइ लगैत अिछ जे एिह जगिजयारीक एकटा36

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