Videha ‘िवदेह’
Videha_01_11_2008_Tirhuta
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<strong>Videha</strong> <strong>‘िवदेह’</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা <strong>Videha</strong> Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्पद बड़ सुख सार पाओल तुअ तीरे िलखलि- आऽ बोिध-काय जेका ँगंगा लाभ कएलि।३. देवीजी: ोित झा चौधरीदेवीजी :िच ोित झा चौधरीदेवीजी : बाल-िदवस१४ नवर कऽ बाल िदवस समारोह छल। अिह िदन गामक िवालयमे िवशेषआयोजन कैल गेल छल।सब अापक अािपका सब िमिलकऽ बा सबलेल सा ंृितककाय र्म ुत कऽ रहल छलैथ। देवीजी बा सबके ईरक प मात बहुतसुर गीत सुली। ओ कहलिथ जे बा सब देशक भिव होइत छिथ । तै ंहुा सबके अपन िजेवारीक अभव रहैके चाही। बेकार मे समय न केनाईछोड़ि◌ ान सऽ पढ़◌ाई कऽ अपन िवालय व अपन अिभभावक के गिव र्त करैके120