22.08.2015 Views

Videha ‘िवदेह’

Videha_01_11_2008_Tirhuta

Videha_01_11_2008_Tirhuta

SHOW MORE
SHOW LESS

You also want an ePaper? Increase the reach of your titles

YUMPU automatically turns print PDFs into web optimized ePapers that Google loves.

<strong>Videha</strong> <strong>‘िवदेह’</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা <strong>Videha</strong> Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्महत्प ूण र् स ूचना (१):महत्प ूण र् स ूचना: ीमान ् निचकेताजीक नाटक " एंी: मा िवश" केर 'िवदेह'मे ई-कािशत प देिख कए एकर िंट पमे काशनक लेल 'िवदेह' केर समक्ष "ुित काशन"केर ाव आयल छल। ी निचकेता जी एकर िंट प करबाक ीकृित दए देलि। िंट पहाडर्बाउड (I SBN NO978 . -81-907729-0-7 म ू .१२५/- य.एस. ू ड◌ॉलर ४०) आऽ पेपरबैक( I SBN No . 978-81-907729-1-4 म ू . ७५/- य ूएस.ड◌ॉलर २५/-) मे ुित काशन, १/७,ितीय तल, पटेल नगर (प.) नई िदी-११०००८ ारा छापल गेल अिछ। e-mai l :shr ut i . publ i cat i on@shr ut i -publ i cat i on. com websi t e: http:// wwwshruti . -publ i cat i on.comमहत्प ूण र् स ूचना:(२) 'िवदेह' ारा कएल गेल शोधक आधार पर १.मैिथली-अंजी श कोश२.अंजी-मैिथली श कोश आऽ ३.िमिथलाक्षरसँ देवनागरी पाुिलिप िलारण-पी-ब डाटाबेशुित पिब्लकेशन ारा िट फ◌ॉम र्मे कािशत करबाक आह ीकार कए लेल गेल अिछ। पुक-ािक िविधक आऽ पोथीक म ूक स ूचना एिह प ृ पर शी देल जायत।महत्प ूण र् स ूचना:(३) 'िवदेह' ारा धारावािहक पे ई-कािशत कएल जा' रहल गजे ठाकुरक'सहबाढ़िन'(उपास), 'ग-गु'(कथा संह) , 'भालसिर' (प संह), 'बालाना ं कृते', 'एकाी संह','महाभारत' 'ब ु चिरत' (महाका)आऽ 'याा व ृा ंत' िवदेहमे संप ूण र् ई-काशनक बाद िंट फ◌ॉम र्मेकािशत होएत। काशकक, काशन ितिथक, पुक-ािक िविधक आऽ पोथीक म ूक स ूचना एिह प ृपर शी देल जायत।महत्प ूण र् स ूचना (४): "िवदेह" केर २५म अंक १ जनवरी २००९, ई-कािशत तँ होएबे करत, संगमेएकर िंट संरण सेहो िनकलत जािहमे पुरान २४ अंकक चुनल रचना सििलत कएल जाएत।महप ूण र् स ूचना (५): १५-१६ िसतर २००८ केँ इिरा गा ँधी राष्ीय कला के, मान िसंह रोड नईिदीमे होअयबला िबहार महोवक आयोजन बाढ़ि◌क कारण अिनितकाल लेल िगत कए देल गेलअिछ।मैलोर ंग अपन सा ंृितक काय र्मकेँ बाढ़ि◌केँ देखैत अिगला स ूचना धिर िगत कए देलक अिछ।२.ग२.१.कथा 1.सुभाषच यादव(असुरिक्षत) 2.रामभरोस कापड़ि◌ "मर"(हुगलीपर बहैत गंगा)२.२.मैिथलीमे गजल आ एकर संरचना-धीरे मिष र्२.३.काश च झा : मैिथली र ंगकम र्मे ी-इन-वन- महे मलंिगया11

Hooray! Your file is uploaded and ready to be published.

Saved successfully!

Ooh no, something went wrong!