Videha ‘िवदेह’
Videha_01_11_2008_Tirhuta
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<strong>Videha</strong> <strong>‘िवदेह’</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা <strong>Videha</strong> Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्आधािरत नाटक ''हािशरोमिण गोन ू झा तथा अ कहानी कऽ लेखन। अिह केअलावा िही मे लगभग १५ उपास तथा कहानी के लेखन।धोखा (१७.०९.९१)दिनया ु ँ तँ ई धोखा अिछउर दिक्षण प ूरब पिमऊिग रहल पिनसोखा अिछ। दिनया ु ... ँकौआ कर र्-कर र् करकराय रहल,आ ँगनमे धान सुखाय रहल।पेपर रेिडयो टी.वी.परतहु ँ तँ शोर मचाय रहल।हो िजा मुदा र् गाय-महीशव ृा-पे ंशन हो या खरात-हर ठाम कमीशन खाय रहल,हँिस-हँिस कय गाल बजाय रहल।आज ुक युग के ई शोभा अिछ,ई मान बराईक भा अिछ। दिनया ु .. ँदिनया ु ँमे अिछ सब चोर-चोर,जकरा िहा नई ं भेंिट रहल-मचबै सगरो तऽ वैह शोर।काटय केउ से अिरयामे,ल ूटय तऽ केउ इजोिरयामे105