Videha ‘िवदेह’
Videha_01_11_2008_Tirhuta
Videha_01_11_2008_Tirhuta
Create successful ePaper yourself
Turn your PDF publications into a flip-book with our unique Google optimized e-Paper software.
<strong>Videha</strong> <strong>‘िवदेह’</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका १ नवम्बर अक्टूबर २००८ (वषर् १ मास ११ अंक२१) িরেদহ' পািkক পিtকা <strong>Videha</strong> Maithili Fortnightly e Magazine িরেদহ िवदेह <strong>Videha</strong> িবেদহhttp://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्आ बाबी रहलीह सब िदन छुक-छुेपिछला एक माससँ खक सरकार सबकेँव ृा पे ंशनक लेल िनहोरा करैत बाबीकाि मुिखये लग बकी लगाकेँ अपन हँसुलीकोनहुना कयलिन व ृा पे ंशनक जोगाड़आ उपासल पेटक ओिरयाओनमुिखया सरकार, सरपंच सरकार, गामक सबटा नमधोितया सरकारअओ सरकार! कथी लेल पुछैत छीकोन कलमसँ िलखैत छी आइयो ओिहनािनधोख हमरा सबहक कपार?१.वैकु झा २. िहमा ंशु चौधरीी बैकु झा,िपता-गीर्य रामच झा, ज-२४ - ०७ -१९५४ (ाम-भरवाड़◌ा, िजला-दरभंगा),िशक्षा-ाोर (अथ र्शास्),पेशा- िशक्षक।मैिथली, िही तथा अंजी भाषा मे लगभग २०० गीत कऽ रचना। गोन ू झा पर104