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िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह

िव दे ह िवदेह Vi deha িবেদহ ht t p wwwvi deha co i n

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<strong>िव</strong> <strong>दे</strong> <strong>ह</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> <strong>Videha</strong> <strong>িবেদহ</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका <strong>Videha</strong> Ist Maithili Fortnightly e Magazine <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक ईपिका '<strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>' ३९ म अंक ०१ अगस्त २००९ (वषर् २ मास २० अंक ३९)http://www.videha.co.in/ मानुषीिम<strong>ह</strong> संस्कृ ताम्मैिथलीक मानक लेखन-श ैली1. पालक मैिथली भाषा वैज्ञािनक लोकिन ारा बनाओल मानक उारण आ लेखन श ैलीआऽ 2.मैिथली अकादमी, पटना ारा िनधािरत र् मैिथली लेखन-श ैली1.पालक मैिथली भाषा वैज्ञािनक लोकिन ारा बनाओल मानक उारण आ लेखन श ैलीमैिथलीमे उारण तथा लेखन१.पमाक्षर आ अार: पमाक्षरात ङ, ञ, ण, न एव ं म अबैत अिछ। संृतभाषाक असार शक अमे जाि<strong>ह</strong> वक अक्षर र<strong>ह</strong>ैत अिछ ओ<strong>ह</strong>ी वक पमाक्षरअबैत अिछ। जेना-अ (क वक र<strong>ह</strong>बाक कार अमे ङ् आएल अिछ।)प (च वक र<strong>ह</strong>बाक कार अमे ञ् आएल अिछ।)ख (ट वक र<strong>ह</strong>बाक कार अमे ण ् आएल अिछ।)सि (त वक र<strong>ह</strong>बाक कार अमे न ् आएल अिछ।)ख (प वक र<strong>ह</strong>बाक कार अमे म ् आएल अिछ।)उपयु र् बात मैिथलीमे कम <strong>दे</strong>खल जाइत अिछ। पमाक्षरक बदलामे अिधका ंशजग<strong>ह</strong>पर अारक योग <strong>दे</strong>खल जाइछ। जेना- अंक, पंच, खंड, संिध, खंभआिद। ाकरण<strong>िव</strong>द पित गो<strong>िव</strong> झाक क<strong>ह</strong>ब छिन जे कव, चव आ टवसँ प ूव र्अार िलखल जाए तथा तव आ पवसँ प ूव र् पमाक्षरे िलखल जाए। जेना-अंक, चंचल, अंडा, अ तथा कन। मुदा ि<strong>ह</strong>ीक िनकट र<strong>ह</strong>ल आधिनक ु लेखक एि<strong>ह</strong>बातकेँ नि<strong>ह</strong> मात छिथ। ओलोकिन अ आ कनक जग<strong>ह</strong>पर से<strong>ह</strong>ो अंत आ कं पनिलखैत <strong>दे</strong>खल जाइत छिथ।नवीन पित िकछु सु<strong>िव</strong>धाजनक अव छैक। िकएक तँ एि<strong>ह</strong>मे समय आ ानक बचत<strong>ह</strong>ोइत छैक। मुदा कतोकबेर <strong>ह</strong>लेखन वा मुणमे अारक छोटसन िबु नि<strong>ह</strong> भेलासँ अथ र्क अनथ र् <strong>ह</strong>ोइत से<strong>ह</strong>ो <strong>दे</strong>खल जाइत अिछ। अारक योगमेउारण-दोषक सावना से<strong>ह</strong>ो ततबए <strong>दे</strong>खल जाइत अिछ। एतदथ र् कसँ लऽकऽपवधिर पमाक्षरेक योग करब उिचत अिछ। यसँ लऽकऽ ज्ञधिरक अक्षरक सअारक योग करबामे कत<strong>ह</strong>ु को <strong>िव</strong>वाद नि<strong>ह</strong> <strong>दे</strong>खल जाइछ।२.ढ आ ढ : ढक उारण “ र ् <strong>ह</strong>” जका ँ <strong>ह</strong>ोइत अिछ। अतः जतऽ “ र ् <strong>ह</strong>” कउारण <strong>ह</strong>ो ओतऽ मा ढ िलखल जाए। आनठाम खािल ढ िलखल जएबाक चा<strong>ह</strong>ी।जेना-ढ = ढाकी, ढेकी, ढीठ, ढेउआ, ढ, ढेरी, ढाकिन, ढाठ आिद।ढ = पढ़◌ाइ, बढब, गढब, मढब, ब ुढबा, सा ँढ, गाढ, रीढ, चा ँढ, सीढी, पीढी आिद।92

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