िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह

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िव दे िवदे Videha িবেদহ िवदे थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदे थम मैिथली पािक्षक ईपिका 'िवदे' ३९ म अंक ०१ अगस्त २००९ (वषर् २ मास २० अंक ३९)http://www.videha.co.in/ मानुषीिम संस्कृ ताम्छीिस अराग दइया र्◌े क की अाॅ केकरो िवास आ’ वफादारी पािब सकैतिका◌े निं ।27 ।06 ।09_________ िमिथलेश कुमार झापिरचय-पातनाम ________ िमिथलेश कुमार झािपता ________ ी िवनाथ झा ज ________ 12-01-1970 केँमनपौर(माक) मे पैक ________ ाम-जगित, पो*-बेनीपी,िजला-मध ुबनी,िमिथला, िपन*- 847223 डाक-संपकर् _____ ारा- ी िवनाथ झा, 15, ाजरारोड, कोलकाता-- 700026 िशक्षा :ाथिमक धिर- गामििवालय मे। म िवालय धिर- म िवालय, बेनीपीसँ। मािमक धिर- ी लीलाधर उ िवालय,बेनीपीसँ इितास-िताक संगातक-कािलदास िवापित साइ ंस का ँलेज उैठ सँ, पकािरता मे िडोमा-पकािरतामिवालय(पाचार माम) िदी सँ, कम्ुटर मे डी.टी.पी ओ बेिसक ज्ञान। रचना:िी ओ मैिथली मे किवता, गजल, बाल किवता, बाल कथा,साििक ओ गैर-साििकिनब ंध, लिलत िनब ंध, साक्षाार, िरपोता र्ज, फीचर आिद। कािशत पिल रचना:िी मे– मुखप ृ अखबार का- जनसा(कलका संरण) मे 19-10-94 केँ (किवता)मैिथली मे- िवधवा(किवता)-वासक भेंट(मैिथली मािसक कोलकाता)-िरकाडर् ितिथउपल नि, आरक्षण िसफ र् साक ेतु- आलेख(वासक भेंट-कोलकाता)- नवर1994 कें । कािशत रचना: मैिथली:- ायः 15 गोट किवता, 17 गोट बाल किवता,18 गोट लघ ुकथा, 3 गोट कथा, 1 टा बालकथा, 44 गोट आलेख आ 6 गोट अिविविवषयक रचना कािशत। कािशत रचना:- िी:- ायः 10 गोटकिवता/गजल, 18 गोट आलेख, 1 गोट कथा ओ 3 गोट िविविवषय कािशत।एडभा ंस युग मे14

िव दे िवदे Videha িবেদহ िवदे थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदे थम मैिथली पािक्षक ईपिका 'िवदे' ३९ म अंक ०१ अगस्त २००९ (वषर् २ मास २० अंक ३९)http://www.videha.co.in/ मानुषीिम संस्कृ ताम्___सार?की ाल-चाल यौ? भैयाक िव भ गेल की? केन रलै बिरयातीक____ सब ठीके रलै।--- ागत-सार मे त’ ब ुझ ू जे को कमी नि।--- ख ूब एडभा ंस पिरवार छै।____ वा ! ख ूब नीक बात।____ आ नीक बात आरो, जे बिरयाती मे स्ीगण- व सेो छली।____ ऎ◌ं ! --- ठीके? --- के सब रिथ?____ ँ यौ, सतबारा वाली मौसी, सौराठ वाली दीदी, मलंिगया वाली मामी, कयावाली भौजी सब रिथ, ख ूब मोन लगलै।____ िछः नाक कटेलौ।____ ए, द ु िनया ँ कते एडभा ंस भ’ गेलै आ अा ँ पर ंपराकेँ पडनि छी !____ ऎ◌ं यौ, कोन म ूसँ बजै छी ! --- यौ सात लाख काटर ले रितौतखन एडभा ंस बिझतुु ँ, ध ुर जी !! ।अनमोल झा (१९७०- )-गाम नआर, िजला मध ुबनी। एक दजर्नसँबेशी कथा, सािठसँ बेशी लघ ुकथा, तीन दजर्नसँ बेशी किवता, िकछु गीत, बाल गीत आिरपोता र्ज आिद िविभ पिका, ािरका आ िविभ सं यथा- “कथा-िदशा”-मिवशेषा ंक, “ेतप”, आ “एैसम शताीक घोषणाप” (द ुन ूसं कथागोीमेपिठत कथाक सं), “भात”-अंक २ (िवराटनगरसँ कािशत कथा िवशेषा ंक) आिदमेसंित।सुरिक्षत15

<strong>िव</strong> <strong>दे</strong> <strong>ह</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> <strong>Videha</strong> <strong>িবেদহ</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका <strong>Videha</strong> Ist Maithili Fortnightly e Magazine <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक ईपिका '<strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>' ३९ म अंक ०१ अगस्त २००९ (वषर् २ मास २० अंक ३९)http://www.videha.co.in/ मानुषीिम<strong>ह</strong> संस्कृ ताम्___सार?की <strong>ह</strong>ाल-चाल यौ? भैयाक <strong>िव</strong>आ<strong>ह</strong> भ गेल की? के<strong>ह</strong>न र<strong>ह</strong>लै बिरयातीक____ सब ठीके र<strong>ह</strong>लै।--- ागत-सार मे त’ ब ुझ ू जे को कमी नि<strong>ह</strong>।--- ख ूब एडभा ंस पिरवार छै।____ वा<strong>ह</strong> ! ख ूब नीक बात।____ आ नीक बात आरो, जे बिरयाती मे स्ीगण- व से<strong>ह</strong>ो छली<strong>ह</strong>।____ ऎ◌ं ! --- ठीके? --- के सब र<strong>ह</strong>िथ?____ <strong>ह</strong>ँ यौ, सतबारा वाली मौसी, सौराठ वाली दीदी, मलंिगया वाली मामी, क<strong>ह</strong>यावाली भौजी सब र<strong>ह</strong>िथ, ख ूब मोन लगलै।____ िछः नाक कटेलौ।____ ए<strong>ह</strong>, द ु िनया ँ कते एडभा ंस भ’ गेलै आ अ<strong>ह</strong>ा ँ पर ंपराकेँ पडनि<strong>ह</strong> छी !____ ऎ◌ं यौ, कोन म ू<strong>ह</strong>सँ बजै छी ! --- यौ सात लाख काटर ले रि<strong>ह</strong>तौतखन एडभा ंस बिझत<strong>ह</strong>ुु ँ, ध ुर जी !! ।अनमोल झा (१९७०- )-गाम नआर, िजला मध ुबनी। एक दजर्नसँबेशी कथा, सािठसँ बेशी लघ ुकथा, तीन दजर्नसँ बेशी क<strong>िव</strong>ता, िकछु गीत, बाल गीत आिरपोता र्ज आिद <strong>िव</strong>िभ पिका, ािरका आ <strong>िव</strong>िभ सं<strong>ह</strong> यथा- “कथा-िदशा”-म<strong>ह</strong>ा<strong>िव</strong>शेषा ंक, “ेतप”, आ “एैसम शताीक घोषणाप” (द ुन ूसं<strong>ह</strong> कथागोीमेपिठत कथाक सं<strong>ह</strong>), “भात”-अंक २ (<strong>िव</strong>राटनगरसँ कािशत कथा <strong>िव</strong>शेषा ंक) आिदमेसंि<strong>ह</strong>त।सुरिक्षत15

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