22.08.2015 Views

िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह

िवशेष:

िवशेष:

SHOW MORE
SHOW LESS

You also want an ePaper? Increase the reach of your titles

YUMPU automatically turns print PDFs into web optimized ePapers that Google loves.

<strong>िव</strong> <strong>दे</strong> <strong>ह</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> <strong>Videha</strong> <strong>িবেদহ</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका <strong>Videha</strong> Ist Maithili Fortnightly e Magazine <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक '<strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>''<strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>' ५० म अंक १५ जनबरी २०१० (वषर् ३ मास २५ अंक ५०)http://www.videha.co.in/ मानुषीिम<strong>ह</strong> संस्कृ ताम्आलोकमे मैिथली साि<strong>ह</strong> यमे नव जीवनक संभावना दृिगत <strong>ह</strong>ोइछ। ओ अपन अितीय वैदु यक एक आदशर् तु त कयलिन जे वर्मान पीढ़ीक लेल पाथेय बनल।स मानमातृभाषानुरागी एवं साि<strong>ह</strong> यानुरागी कीितर् पुरुष जयकांत िम जे मैिथलीक स मानाथर् जे योगदान <strong>दे</strong>लिन ओि<strong>ह</strong>सँअनु ािणत भऽ कए भारतक नेशनल एकेडेमी आँफ लेटसर्क संगि<strong>ह</strong> <strong>िव</strong>िभ न मातृभाषा सेवी संथािद ारासमय–समय पर ि<strong>ह</strong>नका स मािनतक गौरवा<strong>िव</strong>त भेल।1. भारतक आिथर्क राजधानी मु बईक िमिथला म डल ारा आयोिजत अिखल भारतीय मैिथली समेलनकअवसर पर 31 िदसमबर 1969मे स मान पसँ अलंकृत कयलक।2. िब<strong>ह</strong>ारक राजधानी पटनाक सां कृितक एवं साि<strong>ह</strong>ियक सं था चेतना सिमित 1990मे मातृभाषाक अतुिलतसेवाक कारणेँ िमिथला <strong>िव</strong>भुित तापसँ स मािनत कयलक।3. मातृभाषा नुराग आ ओकर <strong>िव</strong>कासाथर् ि<strong>ह</strong>नका ारा जे साि<strong>ह</strong>ियक, रचना मक आ आ दोलना मक कायर्कयल गेल ताि<strong>ह</strong>सँ अनुािणत भऽ िमिथला सां कृितक संगम याग–1995 ई.मे स मान प समिपर्तकयलक।4. झारख डक धनवाद िथत <strong>िव</strong>ापित सिमित <strong>िव</strong>गत शता दीक अवसान बेलामे अथत् 1999 ई. मातृभाषाकउ थानाथर् कायर्सँ अनुािणत भऽ स मान प समिपर्त कयलक।5. <strong>िव</strong>गत शता दीक अितम वषर्मे अथत् 2000 ई.मे नेशनल एकेडेमी आँफ लेटसर् अथत् साि<strong>ह</strong> य अका<strong>दे</strong>मीनई िद ली ारा कालजयी म यकालीन मैिथली साि<strong>ह</strong> यक <strong>िव</strong>शेषज्ञक रुपमे भाषा समानसँ <strong>िव</strong>भूिषत कयलक।6. ि<strong>ह</strong>नक ब<strong>ह</strong>ुमू य मातृभाषाक सेवाक पिरे यमे साि<strong>ह</strong> य अका<strong>दे</strong>मी नई िद ली एवं िमिथला सां कृितक संगमयागक संयुक् त तवावधानमे मीट दऽ आथर अथत् लेखकसँ भेट कायर्मक आयोजन कयलक 28 मई2000 मे।7. बंगभूिमक जगता योित सं था िमिथला सां कृितक पिरषद कोलकाता 2006 अिभन दन कयलक।सं था–सं थापकयाग अित ाचीन कालि<strong>ह</strong>सँ मैिथल मातृभाषानुरागी मैिथलीक कायर् थल र<strong>ह</strong>ल अिछ तकर दू कारण अिछ।थमत: धम बलवी मैिथल समाज गंगा–यमुना आ <strong>िव</strong>लु त सरवती नदीक संगम र<strong>ह</strong>ल आ ितीय एतय <strong>िव</strong>ाकके <strong>ह</strong>ैबाक कारणेँ <strong>िव</strong>ानुरागी लोकिनक जमावड़ा र<strong>ह</strong>ल अिछ। वाधीनतासँ पूवर् यागक मातृभाषानुरागीजयका त िम एतय मैिथलीक <strong>िव</strong>कासाथर् दू सं थाक थापना कयलिन तीरभुिक्त पिलकेशस आ अिखल75

Hooray! Your file is uploaded and ready to be published.

Saved successfully!

Ooh no, something went wrong!