िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह

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िव दे िवदे Videha িবেদহ िवदे थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदे थम मैिथली पािक्षक 'िवदे''िवदे' ५० म अंक १५ जनबरी २०१० (वषर् ३ मास २५ अंक ५०)http://www.videha.co.in/ मानुषीिम संस्कृ ताम्४०.ी ताराकात झा- सपादक मैिथली दैिनक िमिथला समाद- िवदे तँ कटेट ोवाइडरक काज कऽ रल अिछ। कुरुक्षेम्अंतमर्नक अुत लागल।४१.डॉ रवी कुमार चौधरी- कुरुक्षेम् अंतमर्नक बुत नीक, बुत मेनितक पिरणाम। बधाई।४२.ी अमरनाथ- कुरुक्षेम् अंतमर्नक आ िवदे दुनू मरणीय घटना अिछ, मैिथली सािय मय।४३.ी पंचानन िम- िवदेक वैिवय आ िनरतरता भािवत करैत अिछ, शुभकामना।४४.ी केदार कानन- कुरुक्षेम् अतमर्नक लेल अनेक धयवाद, शुभकामना आ बधाइ वीकार करी। आ निचकेताक भूिमकापढ़लुँ। शुरूमे तँ लागल जेना कोनो उपयास अाँ ारा सृिजत भेल अिछ मुदा पोथी उनटौला पर ज्ञात भेल जे एिमे तँ सभिवधा समाित अिछ।४५.ी धनाकर ठाकुर- अाँ नीक काज कऽ रल छी। फोटो गैलरीमे िच एि शतादीक जमितिथक अनुसार रैत तऽ नीक।४६.ी आशीष झा- अाँक पुतकक संबंधमे एतबा िलखबा सँ अपना कए नि रोिक सकलुँ जे ई िकताब मा िकताब निथीक, ई एकटा उमीद छी जे मैिथली अाँ सन पुक सेवा सँ िनरंतर समृ ोइत िचरजीवन कए ात करत।४७.ी शभु कुमार िसं- िवदेक तपरता आ ियाशीलता देिख आािदत भऽ रल छी। िनितरूपेण कल जा सकैछ जेसमकालीन मैिथली पिकाक इितासमे िवदेक नाम वणक्षरमे िलखल जाएत। ओि कुरुक्षेक घटना सभ तँ अठारे िदनमेखतम भऽ गेल रए मुदा अाँक कुरुक्षेम् तँ अशेष अिछ।४८.डॉ. अजीत िम- अपनेक यासक कतबो श ंसा कएल जाए कमे ोएतैक। मैिथली साियमे अाँ ारा कएल गेल काजयुग-युगातर धिर पूजनीय रत।424

िव दे िवदे Videha িবেদহ िवदे थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदे थम मैिथली पािक्षक 'िवदे''िवदे' ५० म अंक १५ जनबरी २०१० (वषर् ३ मास २५ अंक ५०)http://www.videha.co.in/ मानुषीिम संस्कृ ताम्४९.ी बीरे मिलक- अाँक कुरुक्षेम् अतमर्नक आ िवदे:सदे पिढ़ अित सता भेल। अाँक वाय ठीक रए आउसा बनल रए से कामना।५०.ी कुमार राधारमण- अाँक िदशा-िनदशमे िवदे पिल मैिथली ई-जनर्ल देिख अित सता भेल। मर शुभकामना।५१.ी फूलच झा वीण-िवदे:सदे पढ़ने री मुदा कुरुक्षेम् अतमर्नक देिख बढ़ाई देबा लेल बाय भऽ गेलुँ। आब िवासभऽ गेल जे मैिथली नि मरत। अशेष शुभकामना।५२.ी िवभूित आनद- िवदे:सदे देिख, ओकर िवतार देिख अित सता भेल।५३.ी मानेर मनुज-कुरुक्षेम् अतमर्नक एकर भयता देिख अित सता भेल, एतेक िवशाल थ मैिथलीमे आइ धिर निदेखने री। एिना भिवयमे काज करैत री, शुभकामना।५४.ी िवानद झा- आइ.आइ.एम.कोलकाता- कुरुक्षेम् अतमर्नक िवतार, छपाईक संग गुणवा देिख अित सता भेल।५५.ी अरिवद ठाकुर-कुरुक्षेम् अतमर्नक मैिथली साियमे कएल गेल एि तरक पिल योग अिछ, शुभकामना।५६.ी कुमार पवन-कुरुक्षेम् अतमर्नक पिढ़ रल छी। िकछु लघुकथा पढ़ल अिछ, बुत मािमर्क छल।५७. ी दीप िबारी-कुरुक्षेम् अतमर्नक देखल, बधाई।५८.डॉ मिणकात ठाकुर-कैिलफोिनर्या- अपन िवलक्षण िनयिमत सेवासँ मरा लोकिनक ृदयमे िवदेदे भऽ गेल अिछ।५९.ी धीरे ेमिषर्- अाँक समत यास सरानीय। दुख ोइत अिछ जखन अाँक यासमे अपेिक्षत सयोग नि कऽ पबैतछी।६०.ी देवशंकर नवीन- िवदेक िनरतरता आ िवशाल वरूप- िवशाल पाठक वगर्, एकरा ऐितािसक बनबैत अिछ।425

<strong>िव</strong> <strong>दे</strong> <strong>ह</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> <strong>Videha</strong> <strong>িবেদহ</strong> <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक ई पिका <strong>Videha</strong> Ist Maithili Fortnightly e Magazine <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> थम मैिथली पािक्षक '<strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>''<strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>' ५० म अंक १५ जनबरी २०१० (वषर् ३ मास २५ अंक ५०)http://www.videha.co.in/ मानुषीिम<strong>ह</strong> संस्कृ ताम्४९.ी बीरे मिलक- अ<strong>ह</strong>ाँक कुरुक्षेम् अतमर्नक आ <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>:स<strong>दे</strong><strong>ह</strong> पिढ़ अित सता भेल। अ<strong>ह</strong>ाँक वाय ठीक र<strong>ह</strong>ए आउसा<strong>ह</strong> बनल र<strong>ह</strong>ए से कामना।५०.ी कुमार राधारमण- अ<strong>ह</strong>ाँक िदशा-िनदशमे <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> पि<strong>ह</strong>ल मैिथली ई-जनर्ल <strong>दे</strong>िख अित सता भेल। <strong>ह</strong>मर शुभकामना।५१.ी फूलच झा वीण-<strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>:स<strong>दे</strong><strong>ह</strong> पढ़ने र<strong>ह</strong>ी मुदा कुरुक्षेम् अतमर्नक <strong>दे</strong>िख बढ़ाई <strong>दे</strong>बा लेल बाय भऽ गेल<strong>ह</strong>ुँ। आब <strong>िव</strong>ासभऽ गेल जे मैिथली नि<strong>ह</strong> मरत। अशेष शुभकामना।५२.ी <strong>िव</strong>भूित आनद- <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>:स<strong>दे</strong><strong>ह</strong> <strong>दे</strong>िख, ओकर <strong>िव</strong>तार <strong>दे</strong>िख अित सता भेल।५३.ी मानेर मनुज-कुरुक्षेम् अतमर्नक एकर भयता <strong>दे</strong>िख अित सता भेल, एतेक <strong>िव</strong>शाल थ मैिथलीमे आइ धिर नि<strong>ह</strong><strong>दे</strong>खने र<strong>ह</strong>ी। एि<strong>ह</strong>ना भ<strong>िव</strong>यमे काज करैत र<strong>ह</strong>ी, शुभकामना।५४.ी <strong>िव</strong>ानद झा- आइ.आइ.एम.कोलकाता- कुरुक्षेम् अतमर्नक <strong>िव</strong>तार, छपाईक संग गुणवा <strong>दे</strong>िख अित सता भेल।५५.ी अर<strong>िव</strong>द ठाकुर-कुरुक्षेम् अतमर्नक मैिथली साि<strong>ह</strong>यमे कएल गेल एि<strong>ह</strong> तर<strong>ह</strong>क पि<strong>ह</strong>ल योग अिछ, शुभकामना।५६.ी कुमार पवन-कुरुक्षेम् अतमर्नक पिढ़ र<strong>ह</strong>ल छी। िकछु लघुकथा पढ़ल अिछ, ब<strong>ह</strong>ुत मािमर्क छल।५७. ी दीप िब<strong>ह</strong>ारी-कुरुक्षेम् अतमर्नक <strong>दे</strong>खल, बधाई।५८.डॉ मिणकात ठाकुर-कैिलफोिनर्या- अपन <strong>िव</strong>लक्षण िनयिमत सेवासँ <strong>ह</strong>मरा लोकिनक <strong>ह</strong>ृदयमे <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong> स<strong>दे</strong><strong>ह</strong> भऽ गेल अिछ।५९.ी धीरे ेमिषर्- अ<strong>ह</strong>ाँक समत यास सरा<strong>ह</strong>नीय। दुख <strong>ह</strong>ोइत अिछ जखन अ<strong>ह</strong>ाँक यासमे अपेिक्षत स<strong>ह</strong>योग नि<strong>ह</strong> कऽ पबैतछी।६०.ी <strong>दे</strong>वशंकर नवीन- <strong>िव</strong><strong>दे</strong><strong>ह</strong>क िनरतरता आ <strong>िव</strong>शाल वरूप- <strong>िव</strong>शाल पाठक वगर्, एकरा ऐित<strong>ह</strong>ािसक बनबैत अिछ।425

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