िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह
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िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक 'िवदेह''िवदेह' ५१ म अंक ०१ फरबरी २०१० (वषर् ३ मास २६ अंक ५१)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्ऋृिष विशकािशत कृित- जे हारय से नाक कटाबय (बाल सािह), कोिढयाघर ाहा (बालसािह), झ ुठपकड़◌ा मशीन (बाल सािह), मैिथली धारावािहकक कथा, पटकथा आ संवादलेखन। एकर अितिर कथा आ ं प-पिकामे कािशत। पता- तेजगंगाधाम,पिरहारपुर, मध ुबनी।ज ुआनी िजाबादसगरो टोलमे एिह बातक चच र्-बच र् छलैक। ब ुढ-ब ुढ़◌ास सभ सा ँझक चािर बजबाकबाट तकैत छलाह। सबहक म ू ँहे एे बात- ‘‘लाख छै तेँ िक, देखहक काली-बाब ुकबेटाकेँ । एखको समएमे सरबन प ूत होइ छै की !’’ िकयो-िकयो इहो कहैतछलै जे- ‘‘बाब ू , काली बाब ू ब केँ बेटाकेँ इ ंजीिनयर ब छिथ।’’-‘‘से तँ ठीके, मुदा आइ काि ई क ककरो-ककरो साथ र्क होइ छै ! आसे काली बाब ूकेँ भेलिन।’’यैह गमीर्क समए िछऐ। पका ँ साल कालीबाब ूकेँ द ू-बेर मासे िदनपर हाट र् एटैक भऽगेल छलिन। सगरो गामक लोक कहैत छलै जे आब िहनकर बा ँचब मोिल छिन।आ िित छलिनहों तेह। दोसर बेरक हाट र् एटैकक खबिर जख कालीबाब ुक बेटा142
िव दे ह िवदेह Videha িবেদহ िवदेह थम मैिथली पािक्षक ई पिका Videha Ist Maithili Fortnightly e Magazine िवदेह थम मैिथली पािक्षक 'िवदेह''िवदेह' ५१ म अंक ०१ फरबरी २०१० (वषर् ३ मास २६ अंक ५१)http://www.videha.co.in/ मानुषीिमह संस्कृ ताम्नबोनाथकेँ लगलिन तँ ओ तुरत अमेिरकासँ अपना गाम आपस आिब गेलाह। गामआिब ओ कालीबाब ुक हालत देखलिन। ओ अपना संग कालीबाब ूकेँ अमेिरका लऽ जेबाकतैयारी कएलिन। पिह तँ कालीबाब ू तैयारे निह होइत छलाह मुदा ब ुझा-सुझाकएनबो तैयार केलिन। नबो तँ चाहैत छलाह जे माइयो संग चलए। ओ मुदा एिहठाम किह देलिखन जे- ‘‘हमरा लऽ जेबाक िज करबह तँ हम माहुर खा लेब। हमिबलेँत जा कऽ एको िदन जीिब निह सकै छी।’’सभ कागज-पर तैयार कऽ नबो अपन िपताक संग अमेिरका जेबाक तैयारीपरछलाह। टोल-पड़◌ोसक लोकक कहब छलै जे- ’’आब बेकारे ब ुढ़◌ाकेँ लऽ जेबहुन।आब अबो भेलिन। सािठ टिप गेलिन तँ आब की !’’कालीबाब ुक छोट भाए तँ भऽ कऽ एतेक तक किह दे छलिखन जे-‘‘अमेिरकासँ हमर भाए-साहेब घ ु िम कऽ औताह से उमेद ािगये कऽ लथ ु।’’इ ंजीिनयर नबोनाथ सभकेँ ब ुझेबाक यास करैत छलाह। माइ पय र् सिदखन कतरहैत छलीह। कालीबाब ू चुचाप सभटा तमाशा देखैत छलाह। नबोनाथक माइ ईकख निह कहैत छलिखन जे बाब ूकेँ लऽ जाहून। हुनका एिह बातक िवास छलिनजे कालीबाब ू अमेिरका जा कऽ ठीक भऽ जेताह।जेना-तेना इ ंजीिनयर साहेब कालीबाब ूकेँ लऽ कऽ अमेिरका चल गेलाह। साल भिरबीत गेल अिछ। एिह बीचमे र ंग-िबर ंगक समाचार आएल गेल। आइ वष र् िदनपर143
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