04.01.2014 Views

िनतनेम - Gurbanifiles.org

िनतनेम - Gurbanifiles.org

िनतनेम - Gurbanifiles.org

SHOW MORE
SHOW LESS

You also want an ePaper? Increase the reach of your titles

YUMPU automatically turns print PDFs into web optimized ePapers that Google loves.

चाचरी छंद ॥<br />

अभंग ह ॥ अनंग ह ॥<br />

अभेख ह ॥ अलेख ह ॥१३३॥<br />

अभरम ह ॥ अकरम ह ॥<br />

अनािद ह ॥ जुगािद ह ॥१३४॥<br />

अजै ह ॥ अबै ह ॥<br />

अभूत ह ॥ अधूत ह ॥१३५॥<br />

अनास ह ॥ उदास ह ॥<br />

अधंध ह ॥ अबंध ह ॥१३६॥<br />

अभगत ह ॥ िबरकत ह ॥<br />

अनास ह ॥ कास ह ॥१३७॥<br />

िनिचत ह ॥ सुिनत ह ॥<br />

अिलख ह ॥ अिदख ह ॥१३८॥<br />

अलेख ह ॥ अभेख ह ॥<br />

अढाह ह ॥ अगाह ह ॥१३९॥<br />

अस्मभ ह ॥ अग्मभ ह ॥<br />

अनील ह ॥ अनािद ह ॥१४०॥<br />

अिनत ह ॥ सुिनत ह ॥<br />

अजात ह ॥ अजाद ह ॥१४१॥<br />

30<br />

चरपट छंद ॥ त्व सािद ॥<br />

सरबं हंता ॥ सरबं गंता ॥<br />

सरबं िखआता ॥ सरबं िगआता ॥१४२॥<br />

सरबं हरता ॥ सरबं करता ॥<br />

सरबं ाणं ॥ सरबं ाणं ॥१४३॥<br />

सरबं करमं ॥ सरबं धरमं ॥<br />

सरबं जुगता ॥ सरबं मुकता ॥१४४॥<br />

रसावल छंद ॥ त्व सािद ॥<br />

नमो नरक नासे ॥ सदैवं कासे ॥<br />

अनंगं सरूपे ॥ अभंगं िबभूते ॥१४५॥<br />

माथं माथे ॥ सदा सरब साथे ॥<br />

अगाध सरूपे ॥ िबाध िबभूते ॥१४६॥<br />

अनंगी अनामे ॥ िभंगी िकामे ॥<br />

िभंगी सरूपे ॥ सरबंगी अनूपे ॥१४७॥<br />

न पोै न पुै ॥ न सै न िमै ॥

Hooray! Your file is uploaded and ready to be published.

Saved successfully!

Ooh no, something went wrong!